Site icon hindi.revoi.in

बजट सत्र : संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

Social Share

नई दिल्ली, 4 अप्रैल। गत 31 जनवरी से प्रारंभ दो चरणों वाले बजट सत्र का आज समापन हो गया और संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। इस क्रम में पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की और कुछ देर बाद राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने उच्च सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।

उल्लेखनीय है कि बजट सत्र का पहला भाग 31 जनवरी को शुरू हुआ था और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए केंद्रीय बजट पेश किया था। सत्र का पहला भाग 13 फरवरी तक आयोजित किया गया था। वहीं सत्र का दूसरा भाग 10 मार्च से शुरू हुआ था। सत्र के दूसरे भाग के समापन से पहले वक्फ संशोधन विधेयक 2025 दोनों सदनों में 12-12 घंटे तक खिंची लंबी चर्चाओं के बाद पारित कर दिया गया।

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने उच्च सदन के 267वें सत्र को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने से पहले अपने पारंपरिक संबोधन में कहा कि इस दौरान सदन में वक्फ (संशोधन) विधेयक सहित कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि इस सत्र के दौरान राष्ट्रपति अभिभाषण और बजट पर लंबी चर्चा हुई।

सत्र के दौरान उच्च सदन की उत्पादकता 119 प्रतिशत रही

इसके साथ ही चार अहम मंत्रालयों के कामकाज पर भी चर्चा ही और सत्र के दौरान सदन की उत्पादकता 119 प्रतिशत रही। उन्होंने कहा कि तीन अप्रैल को सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होकर चार अप्रैल तड़के तक चली, जो अब तक की सबसे लंबी बैठक थी। गौरतलब है कि उच्च सदन के 267वें सत्र की शुरुआत दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति अभिभाषण के साथ हुई थी।

लोकसभा की 26 बैठके हुईं, 118 प्रतिशत से अधिक रही उत्पादकता

इसके पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित करते हुए कहा कि इस सत्र के दौरान वक्फ (संशोधन) विधेयक सहित कुल 16 विधेयक पारित किये गए। उन्होंने विपक्षी सदस्यों के शोरगुल और नारेबाजी के बीच कहा, ‘(बजट) सत्र में 26 बैठकें हुईं तथा कुल उत्पादकता 118 प्रतिशत से अधिक रही।’

लोकसभा में वक्फ संशोधन सहित 16 विधेयक पारित किए गए

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में 173 सदस्यों ने भागीदारी की। सदन में केंद्रीय बजट पर चर्चा में 169 सदस्यों ने भाग लिया। वहीं सत्र के दौरान 10 सरकारी विधेयक पुन:स्थापित किये गए और वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 सहित 16 विधेयक पारित किये गए।तीन अप्रैल तक शून्य काल के दौरान 202 सदस्यों ने लोक महत्व के विषय उठाये, जो सदन में एक रिकार्ड है।

Exit mobile version