बेंगलुरु, 5 मार्च। कर्नाटक लोकायुक्त ने रिश्वतखोरी के मुख्य आरोपित भाजपा विधायक मदल विरुपाक्षप्पा को गिरफ्तार करने के लिए उपाधीक्षकों के नेतृत्व में सात टीमों का गठन किया है। सूत्रों ने कहा कि टीमों ने राज्य भर में ट्रैकिंग और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। सूत्रों ने यह भी कहा कि टीमों ने बेंगलुरु और दावणगेरे शहरों के विभिन्न स्थानों पर तलाशी ली। साथ ही विधायक को लोकायुक्त पुलिस के समक्ष पेश होने के लिए नोटिस जारी करने की भी तैयारी कर ली गई है।
विधायक के कार्यालय भेजी जाएगी नोटिस
यह नोटिस आरोपित विधायक के बेंगलुरु स्थित आवास, दावणगेरे, विधायक आवास और कर्नाटक सोप एंड डिटर्जेंट लिमिटेड (केएसडीएल) के कार्यालय को भेजी जाएगी। बता दें कि विरुपक्षप्पा केएसडीएल के अध्यक्ष थे। घटना के बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था।
लोकायुक्त के अधिकारी कर रहे जांच
लोकायुक्त के अधिकारी विधायक के बेटे प्रशांत मदल के आवास पर मिले 6 करोड़ रुपये से अधिक और निजी कार्यालय में 2 करोड़ रुपये से अधिक के स्रोत की भी जांच कर रहे हैं। विधायक विरुपक्षप्पा के बेटे प्रशांत मदल को अपने पिता की ओर से केएसडीएल के लिए कच्चे माल की खरीद के लिए एक निविदा के आवंटन के लिए कथित रूप से 40 लाख रुपये नकद स्वीकार करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था।
प्रशांत मदल को किया गया है गिरफ्तार
बताते चलें कि प्रशांत मदल को गिरफ्तार कर लिया गया है और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। अधिकारियों ने बाद में आवासों और कार्यालयों से 8 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। इस घटनाक्रम को सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के लिए एक गंभीर झटके के रूप में देखा जा रहा है।