नई दिल्ली, 8 अगस्त। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी के वोट चोरी संबंधी आरोपों पर भारत निर्वाचन आयोग (ECI) द्वारा शपथ पत्र मांगे जाने की आलोचना की है। उन्होंने निर्वाचन आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि उन्हें (आयोग) को लगता है कि उनकी जिम्मेदारी केवल भाजपा के प्रति है, तो उन्हें इस बात पर पुनर्विचार करने की जरूरत है। वे बिना जांच किए इन आरोपों को गलत कैसे बता रहे हैं?
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए निर्वाचन आयोग पर कर्नाटक में फर्जी वोट बनाने का आरोप लगाया था। इसके बाद कम से कम तीन राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों ने कांग्रेस नेता से उन मतदाताओं के नाम साझा करने को कहा था, जिनके बारे में कांग्रेस नेता ने दावा किया था कि उन्हें मतदाता सूची में गलत तरीके से शामिल किया गया है या बाहर रखा गया है।
राहुल गांधी जी ने इतना बड़ा खुलासा किया है, उसकी जांच होनी चाहिए। चुनाव आयोग वोटर लिस्ट नहीं दे रहा है, जांच नहीं कर रहा है, उल्टा हलफनामा मांग रहा है। हम लगातार डेटा दिखा रहे हैं, लेकिन आयोग अपना ही डेटा मानने को तैयार क्यों नहीं हो रहा है?
बीजेपी और चुनाव आयोग की तरफ से जिस… pic.twitter.com/wIdov88i8g
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 8, 2025
फिलहाल ईसी की प्रतिक्रिया पर आज संसद भवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए प्रियंका ने कहा, ‘समझ लीजिए, वे जो शपथपत्र मांग रहे हैं, वह एक ऐसे कानून के तहत है, जिसके मुताबिक आपको 30 दिन के भीतर याचिका देनी होती है, अन्यथा कुछ नहीं होगा। तो फिर वे हलफनामा क्यों मांग रहे हैं? इतना बड़ा खुलासा किया गया है। यदि यह अनजाने में हुआ है, तो इसकी जांच कीजिए।’
वे आरोपों की जांच के बजाए हलफनामे पर हस्ताक्षर करने को कह रहे
प्रियंका ने कहा, ‘आरोपों की जांच करने के बजाय वह कह रहे हैं कि एक हलफनामे पर हस्ताक्षर करो, क्या वह संसद में ली जाने वाली शपथ से भी बड़ी शपथ है? हमने वह शपथ ली है, हम सब कुछ सार्वजनिक रूप से कह रहे हैं और आपको सबूत भी दिखा रहे हैं।’
कांग्रेस महासचिव ने राहुल गांधी के दावों को दोहराते हुए कहा कि एक विधानसभा में एक लाख से ज्यादा फर्जी वोट पाए गए हैं, जिसका मतलब है कि वे जिसे भी वोट देंगे, वही जीतेगा। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘यह हमारे देश का लोकतंत्र है। यह कोई मजाक नहीं है। यह किसी एक पार्टी या किसी दूसरी पार्टी का मामला नहीं है। यदि उन्होंने इसकी जांच नहीं की है तो वे इसे बकवास नहीं कह सकते। उनकी जिम्मेदारी ज्यादा बड़ी है।’
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘यदि उन्हें लगता है कि उनकी जिम्मेदारी सिर्फ भाजपा और सिर्फ एक पार्टी के प्रति है तो उन्हें इस पर पुनर्विचार करना होगा क्योंकि जैसा मेरे भाई ने कहा, एक दिन ऐसा आएगा, जब दूसरे लोग सत्ता में होंगे और फिर जिन लोगों ने हमारे लोकतंत्र को पूरी तरह से बर्बाद करने में सांठगांठ की है, उन्हें इसका जवाब देना होगा।’
भाजपा पर भी साधा निशाना
कांग्रेस महासचिव ने भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “यह आपको साफ पता चल रहा होगा और जिस तरह से उनके नेता जवाब दे रहे हैं, उससे भी यह साफ हो गया है। यदि आप किसी शिक्षक के पास जाकर कहें कि नकल हो रही है, तो क्या शिक्षक आपको थप्पड़ मारेंगे या कहेंगे कि इसकी जांच होगी? यहां तो वे उन्हें (राहुल गांधी को) गालियां दे रहे हैं और फिर कहते हैं कि हलफनामे पर हस्ताक्षर कर दो। यदि आपकी (आयोग की) नाक के नीचे इतना बड़ा ‘कांड’ हो रहा है और आप उसे नहीं कर रहे हैं, तो इसकी जांच कीजिए।’’

