नई दिल्ली, 4 अक्टूबर। केंद्र सरकार ने कोविडरोधी टीकाकरण अभियान में गंभीर बीमारियों से ग्रस्त बच्चों को प्राथमिकता देने का फैसला किया है। राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी सलाहकार दल के अध्यक्ष डॉ. एन. के. अरोड़ा ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि स्वस्थ बच्चों का टीकाकरण बाद में किया जाएगा।
गंभीर बीमारियों से ग्रस्त बच्चों की पहचान की जा रही : डॉ. एन.के. अरोड़ा
डॉक्टर अरोडा ने 12 से 18 वर्ष तक के बच्चों के टीकाकरण पर सरकार की योजना के बारे में बताया कि उन बच्चों की पहचान की जा रही है, जो गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं और जिन्हें अस्पताल में उपचार की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में यह सूची सार्वजनिक कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न जिलों में टीकाकरण के ऐसे प्रबंध किये जा रहे हैं, जिससे बच्चों को जिले से बाहर यात्रा की जरूरत न पड़े।
गौरतलब है कि भारत के औषधि महानियंत्रक ने अगस्त में व्यस्कों और 12 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को आपात स्थिति में जायडस केडिला की डी.एन.ए. वैक्सीन दिए जाने को मंजूरी दी थी।