श्रीनगर, 13 अक्टूबर। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद पिछले छह वर्षों से लागू राष्ट्रपति शासन रविवार को हटा लिया गया और इसके साथ सरकार गठन की तैयारियां तेज हो गई हैं।
उल्लेखनीय है कि 90 सीटों वाली विधानसभा के लिए हुए चुनाव में जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) गठबंधन ने जीत हासिल की है। गठबंधन के तहत कुल 49 सीटें मिली हैं, जिनमें एनसी की 42, कांग्रेस की छह और सीपीआई (एम) की एक सीट शामिल है। वहीं भाजपा के खाते में 29 सीटें आई हैं।
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर में पिछले विधानसभा चुनाव 10 वर्ष पहले 2014 में हुए थे। चुनाव के बाद भाजपा और पीडीपी ने गठबंधन की सरकार बनाई थी। लेकिन 2018 में भाजपा के समर्थन वापस लेने के बाद सरकार गिर गई थी और महबूबा मुफ्ती ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। तब से जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ था, जो अब हटा लिया गया है।
NC को निर्दलीय विधायकों का भी साथ मिल रहा
इस बीच चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी नेशनल कॉन्फ्रेंस को निर्दलीय विधायकों का भी साथ मिलने लगा है। अब जम्मू के छम्ब विधानसभा से चुनाव जीत कर आने वाले निर्दलीय नेता सतीश शर्मा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस का दामन थाम लिया है। वहीं रविवार को डोडा में एक रैली को संबोधित करते हुए AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार बनाने में NC की पूरी मदद करेगी।
16 अक्टूबर को हो सकता है शपथ ग्रहण
राष्ट्रपति शासन हटते ही जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन का रास्ता अब साफ हो गया है। उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 16 अक्टूबर को श्रीनगर में हो सकता है। हालांकि शपथ ग्रहण की अंतिम तारीख अभी आधिकारिक नहीं हुई है।
एनसी विधायक दल के नेता चुने जा चुके हैं उमर अब्दुल्ला
इसके पूर्व गुरुवार को हुई नेशनल कॉन्फ्रेंस की बैठक में पार्टी ने सर्वसम्मति से पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को विधायक दल का नेता चुन लिया था। इसकी जानकारी पार्टी के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने दी थी। उन्होंने कहा कि पार्टी के विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला को सर्वसम्मति से दल का नेता चुना गया।