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यूक्रेन संकट : राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भारत व जर्मनी समेत पांच देशों में तैनात अपने राजदूतों को हटाया

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कीव, 10 जुलाई। रूस के खिलाफ जारी जंग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शनिवार को जर्मनी और भारत सहित पांच देशों में अपने राजदूतों को हटा दिया। यूक्रेनी राष्ट्रपति की वेबसाइट पर इस आशय की जानकारी दी गई।

वेबसाइट पर जारी आदेश के तहत जेलेस्की ने जर्मनी, भारत, चेक गणराज्य, नॉर्वे और हंगरी में तैनात अपने राजदूतों को हटाया है। हालांकि यह कदम क्यों उठाया गया, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि क्या हटाए गए इन राजदूतों को अब कोई नई जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

गौरतलब है कि इसी वर्ष 24 फरवरी को रूस की ओर से हमले की शुरुआत के बाद से ही जेलेंस्की ने अपने राजनयिकों से यूक्रेन के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन और सैन्य सहायता उपलब्ध कराने पर जोर देने को कहा है।

जेलेंस्की द्वारा जर्मनी में यूक्रेन के राजदूत एंड्री मेलनिक को हटाना बड़ा कदम माना जा रहा है। दरअसल, एंड्री मेलनिक को जेलेंस्की से पहले के राष्ट्रपति द्वारा 2014 में जर्मनी में राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया था। मेलनिक जर्मनी में राजनेताओं और राजनयिकों के बीच काफी लोकप्रिय भी हैं।

जर्मनी के साथ कीव के संबंध में भी तनाव

हाल में जर्मनी के साथ कीव के संबंध में भी कुछ तनाव देखने को मिले हैं। दरअसल, जर्मनी व्यापक तौर पर रूस की ओर से ऊर्जा आपूर्ति पर निर्भर है। साथ ही वही यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भी है। ऐसे में मौजूदा हालात की वजह से पूरा मामला और संवेदनशील हो जाता है।

एक टर्बाइन को लेकर जर्मनी और यूक्रेन आमने-सामने

फिलहाल जर्मनी और यूक्रेन एक टर्बाइन पर आमने-सामने हैं। इस टर्बाइन का निर्माण जर्मनी में हुआ है और फिलहाल इसका रखरखाव कनाडा में हो रहा है। जर्मनी चाहता है कि कनाडा इस टर्बाइन को रूस की दिग्गज गैस कम्पनी गैजप्रोम को लौटा दे ताकि उसका इस्तेमाल यूरोप में गैस पहुंचाने में किया जा सके। वहीं कीव ने कनाडा से टर्बाइन अपने पास रखने का आग्रह करते हुए कहा है कि इसे रूस को भेजना मास्को पर लगाए गए प्रतिबंधों का उल्लंघन होगा।

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