Site icon hindi.revoi.in

राष्ट्रपति ट्रंप की खुली चेतावनी – ‘अमेरिका को पता है कहां छिपे हैं खामनेई, बिना शर्त आत्मसमर्पण करे ईरान’

Social Share

वॉशिंगटन, 17 जून। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर इजराइल के खिलाफ जंग में ईरान को बिना शर्त आत्मसर्मण करने को कहा है। उन्होंने कहा, ‘अमेरिका को पता है कि ईरान के तथाकथित सुप्रीम लीडर कहां छिपे हैं। उनपर अभी हमला नहीं करेंगे। फिलहाल उनको नहीं मारेंगे। लेकिन, हम नहीं चाहते हैं कि मिसाइल हमलों में अमेरिकी नागरिकों या जवानों को नुकसान पहुंचे। हमारा धैर्य समाप्त होते जा रहा है।

अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे समय आया है, जब पूरी दुनिया ईरान-इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर चिंतित है। इस संघर्ष की वजह से कई लोगों की अब जान जा चुकी है, इमारतें जमींदोज हुई हैं और वैश्विक तेल बाजार में उथल-पुथल मचा हुआ है।

ट्रंप बोले – ईरान के आसमान पर अमेरिका का नियंत्रण

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान के आसमान पर अमेरिका का संपूर्ण नियंत्रण है। ईरान के पास अच्छे और आधुनिक स्काई ट्रैकर और अन्य रक्षात्मक उपकरण थे। लेकिन, ईरान के सामानों की तुलना अमेरिका में निर्मित सामान से नहीं की जा सकती।

उल्लेखनीय है कि ईरान-इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष के पांचवे दिन तक ईरान में अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, इनमें ज्यादातर आम नागरिक हैं। वहीं, इजराइल में अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है। इन लोगों की मौत मिसाइल हमलों में हुई है।

इससे पहले एयर फोर्स वन विमान में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘हम सीजफायर से बेहतर तलाश में हैं।’ बीबीसी ने ट्रंप के हवाले से बताया कि बाद में अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया कि ‘सिर्फ सीजफायर नहीं, असली अंत चाहते हैं। एक अंत।’

न्यूज एजेंसी रायटर्स के अनुसार, अमेरीकी राष्ट्रपति ने संकेत दिए हैं कि अमेरिका के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल, जिसमें उप राष्ट्रपति जेडी वेंस और मध्य पूर्व में राजदूत स्टीव विटकॉफ को ईरान के साथ कूटनीतिक बातचीत के लिए भेजा जा सकता है।

क्या है अमेरिका का अगला कदम?

ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते सैन्य तनाव में अमेरिका के सीधे हस्तक्षेप की प्रबल आशंका है, जिसका मुख्य उद्देश्य ईरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को रोकना है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जी-7 समिट से अचानक लौट आए और फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों के सीजफायर के दावे को खारिज करते हुए कहा कि उनकी वापसी का कारण ‘इससे भी बड़ा’ है।

ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी कि ‘हर किसी को तेहरान तुरंत छोड़ देना चाहिए।’ ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका का रुख कड़ा है और ईरान को 60 दिन का समय दिया गया था। इजराइल ईरान के भूमिगत परमाणु ठिकानों जैसे नतांज और फोर्डो को निशाना बना रहा है।

Exit mobile version