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प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन : राष्ट्रपति मुर्मू ने उल्लेखनीय कार्य करने वाले 27 प्रवासी भारतीयों का किया सम्मान

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इंदौर, 10 जनवरी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को यहां कहा कि भारत आजादी की 75वीं वर्षगांठ को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में काम कर रहा है और पूरे विश्व को परिवार मानकर काम कर रहा है। राष्ट्रपति 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 27 प्रवासी भारतीयों का सम्मान किया। इनमें विश्व के अलग-अलग देशों में रहने वाले प्रवासी भारतीय शामिल हैं।

प्रवासी भारतीयों ने कठोर परिश्रम से देश का नाम रोशन किया है

राष्ट्रपति मुर्मू ने प्रवासी भारतीयों की जमकर तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों ने कठोर परिश्रम से देश का नाम रोशन किया है। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आकर बहुत ही खुशी हो रही है। कार्यक्रम की शुरुआत विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद ने की। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय सम्मलेन में देश-विदेश से कई लोग आए। इस तरह के आयोजन आने वाले दिनों में भी किये जा सकते हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया बोले – प्रवासी भारतीयों पर गर्व

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रवासी भारतीयों ने देश का नाम दुनियाभर में रोशन किया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि उन्हीं ने प्रवासी भारतीय सम्मलेन की शुरुआत की थी। किसी भी व्यक्ति की पहचान उसकी माटी और उसके देश से होती है। माता अहिल्या की नगरी धर्म, इतिहास और अध्यात्म और आधुनिकता के संगम की नगरी है।

प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए सिंधिया ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। यह प्रधानमंत्री के नेतृत्व का नतीजा है। सिंधिया ने कहा कि भारत के बिना विश्व आगे नहीं बढ़ सकता। उनहोंने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर कहा, ‘मुझे भारतीयों को सुरक्षित लाने का काम मिला। पीएम ने सभी देशों के प्रमुखों को फोन कर भारतीयों का ध्यान रखने को कहा। हमारे भारत की जनसंख्या 135 करोड़ नहीं बल्कि 138 करोड़ है। इसमें से तीन करोड़ हमारे प्रवासी भारतीय हैं।’

आपको विदा करते हुए मन भारी : सीएम शिवराज चौहान

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता इतनी है कि हॉल छोटा पड़ गया। कुछ कारण रहे, जिससे अव्यवस्था फैली। इसके लिए मैं दोनो हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं।’ चौहान ने कहा, ‘जब आप लोग चले जाएंगे यो याद बहुत आओगे। तुम बिन इंदौर की सराफा चौपाटी, राजबाड़ा और छप्पन दुकान सूना लगेगा।’

सीएम ने कहा, ‘मन भारी है, लेकिन विदाई की बेला आ रही है। विदेश में भारतीय छात्र-छात्राओं के लिए हेल्प डेस्क बनाना, हमने फ्रेंड्स ऑफ एमपी पोर्टल बनाया है। आज एमपी देश का फूड बास्केट है। गेहूं उत्पादन में हमने पंजाब को पीछे छोड़ दिया। कई और अनाज की पैदावार में हमने कई प्रदेशों को पीछे छोड़ दिया है।’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमारे यहां लड़के ज्यादा हो रहे थे तो हमने लाडली लक्ष्मी योजना की शुरुआत की। विश्व का कल्याण तभी होगा, जब पर्यावरण बचा रहेगा। इसलिए ग्लोबल गाडर्न बनाकर आपसे एक पेड़ लगाने कहा।’

इनका हुआ सम्मान –

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