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राजकोट गेमिंग जोन हादसा : राष्ट्रपति मुर्मू व पीएम मोदी ने जताया शोक, अमित शाह ने भी सीएम भूपेंद्र पटेल से की बात

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राजकोट, 25 मई। गुजरात के राजकोट में शनिवार की शाम एक गेमिंग जोन में भीषण आग लगने से नौ बच्चों सहित कम से कम 25 लोगों की दर्दनाक मौत पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गहरा शोक व्यक्त किया है। इसी क्रम में पीएम मोदी और अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात की प्रभावितों को दी जा रही हरसंभव मदद की उनसे जानकारी ली।

राष्ट्रपति मुर्मू ने मृतकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए एक्स पर लिखा, ‘गुजरात के राजकोट में एक गेमिंग जोन में आग लगने की दुर्घटना में लोगों की मौत के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। मेरी संवेदना उन परिवारों के प्रति है, जिन्होंने छोटे बच्चों सहित अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं हादसे में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करती हूं।’

वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने गेमिंग जोन हादसे में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया। पीएम मोदी ने पोस्ट में कहा, ‘स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की मदद के लिए काम कर रहा है। राजकोट में आग की घटना से हम सभी अत्यंत दुखी हैं। मेरी मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल जी के साथ फोन पर बात हुई। उन्होंने मुझे प्रभावितों को हर संभव मदद के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।’

गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की और मृतक परिवारों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने कहा – ‘राजकोट के गेम जोन में हुई दुर्घटना से बहुत दुखी हूं। मैंने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की है। मैं इस दुखद दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’

ऐसे धधकी आग कि बचने का मौका ही नहीं मिला

घटनास्थल पर मौजूदा चश्मदीदों की मानें तो आग 30 से 40 सेकेंड में पूरे इलाके में फैल गई और गेमिंग जोन में मौजूद ज्यादातर लोगों को बचने का मौका ही नहीं मिला। घटनास्थल पर कई जगह रिपेयरिंग और रेनोवेशन का काम चल रहा था। इसकी वजह से इधर-उधर बिखरे पड़े प्लाई और लकड़ियों के टुकड़े भी जल उठे। फाइबर से भी आग तेजी से फैली। हवा इतनी तेज थी कि आग ने पलक झपकते पूरे जोन को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे के वक्त बच्चों समेत अन्य लोग गेमिंग जोन में विभिन्न गेम खेल रहे थे।

बढ़ सकती है मृतकों की संख्या

आग लगने के बाद पांच किलोमीटर दूर से धुएं के गुबार को देखा जा रहा था। घटना स्थल पर मौजूद पुलिस कमिश्नर राजू भार्गव ने बताया कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि गेम जोन में लोगों के फंसे होने की आशंका है।

अग्निशमन विभाग से एनओसी नहीं ली गई थी

हादसे की शुरुआती जांच में पता चला है कि युवराज सिंह सोलंकी के टीआरपी गेमिंग जोन के लिए अग्निशमन विभाग से कोई अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं लिया गया था। आग बुझाने में दमकल और बचाव दल को दो घंटे से अधिक का समय लगा। भीषण आग के कारण ढांचा जहां तहां ध्वस्त हो गया, जिससे लोग भीतर ही घिर गए।

मानकों की अनदेखी का आरोप

पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने काररवाई की है। टीआरपी गेम जोन के मालिक और प्रबंधक को पुलिस स्टेशन ले जाया गया। फिर इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। इन पर जरूरी मानकों के उल्लंघन का आरोप है। इस मामले में दमकल विभाग की रिपोर्ट आएगी। एफएसएल की रिपोर्ट में आएगी। सभी रिपोर्टों के आधार पर काररवाई की जाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

लाशों की पहचान मुश्किल, होगी डीएनए जांच

मृतकों की लाशें इस कदर जल चुकी हैं कि उनकी पहचान करना मुश्किल है। पुलिस आयुक्त ने कहा – मृतकों की पहचान के लिए लाशों की डीएनए जांच की जाएगी। रिपोर्ट परिजनों को सौंपी जाएगी।

गुजरात के सभी गेम जोन का होगा ऑडिट

राजू भार्गव ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। शहर के सभी गेमिंग जोन का संचालन बंद करने का संदेश जारी किया गया है। इस घटना के बाद गुजरात के पुलिस महानिदेशक ने पुलिस आयुक्तों और जिला पुलिस अधीक्षकों को गुजरात के सभी गेम जोन का निरीक्षण करने और बिना फायर एनओसी के चल रहे गेम जोन को बंद करने का निर्देश दिया है।

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