ढाका, 17 दिसंबर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बांग्लादेश के तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन शुक्रवार को यहां एक अभिनंदन समारोह में कहा कि भारतीयों के दिलों में बांग्लादेश का विशेष स्थान है। भारत लौटने से पहले राष्ट्रपति कोविंद ने बांग्लादेश के मुक्ति योद्धाओं, 1971 युद्ध के भारतीय वीरों, प्रख्यात नागरिकों, भारतीय समुदाय के लोगों तथा बांग्लादेशी समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों से बातचीत की उन्हें संबोधित भी किया।
LIVE: President Ram Nath Kovind addresses the Indian community in Bangladesh https://t.co/2UbTBMpJMK
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 17, 2021
ढाका में पुनर्निर्मित रमणा काली मंदिर का लोकार्पण किया
President Ram Nath Kovind inaugurates the renovated Ramna Kali Mandir in Dhaka. pic.twitter.com/WT1NHDEoLW
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बांग्लादेश की 3 दिवसीय यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कीं
राष्ट्रपति कोविंद की यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण घोषणाएं हुईं। इनमें ढाका में लिबरेशन वॉर संग्रहालय को बंगबंधु बापू डिजिटल प्रदर्शनी उपहार में देने, और दिल्ली विश्वविद्यालय में बंगबंधु चेयर के पहले व्यक्ति की घोषणा शामिल है। मुक्ति संग्राम सेनानियों के परिवार के सदस्यों के लिए छात्रवृत्ति योजना को भी पांच वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है।
बांग्लादेश के साथ भारत के संबंध ‘पड़ोसी पहले’ और ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ के मुख्य स्तंभों में से एक है। दोनों देशों के बीच व्यापार, संपर्क, ऊर्जा, बिजली, जल संसाधन, सीमा प्रबंधन, रक्षा और सुरक्षा, संस्कृति तथा लोगों से लोगों के बीच संपर्क सहित विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत और बहुआयामी आपसी सहयोग है।
राष्ट्रपति कोविंद की बांग्लादेश यात्रा के समापन के बाद विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि 50वें विजय दिवस के ऐतिहासिक अवसर पर भारत के राष्ट्रपति की बांग्लादेश यात्रा उच्च प्राथमिकता का प्रमाण है कि दोनों देश एक-दूसरे से साझा मूल्यों, आपसी विश्वास के आधार पर संबंधों को और प्रगाढ़ बनाना चाहते हैं।