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राष्ट्रपति कोविंद ने बांग्लादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु को दी श्रद्धांजलि

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ढाका, 15 दिसंबर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बांग्लादेश के अपने तीन दिवसीय राजकीय यात्रा के पहले दिन बुधवार को यहां बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान स्मारक संग्रहालय का दौरा किया और बांग्लादेश के राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी। कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद से राष्ट्रपति कोविंद की यह पहली विदेश यात्रा है। वह यहां बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।

 

राष्ट्रपति भवन ने एक ट्वीट में जानकारी दी कि राष्ट्रपति कोविंद ने राजधानी ढाका के धानमंडी इलाके में बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान स्मारक संग्रहालय का दौरा किया और बांग्लादेश के राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी।

उधर विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भी ट्वीट किया, ‘राष्ट्रपति कोविंद ने बंगबंधु स्मृति संग्रहालय में शेख मुजीबुर रहमान को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह स्थान बांग्लादेश के प्रिय राष्ट्रपिता के जीवन और कार्य की गवाही देता है। ‘मुजीब बोर्षो’ समारोह को देखना विशेष रूप से भावुक क्षण है।’

प्रधानमंत्री शेख हसीना ने राष्ट्रपति कोविंद से की मुलाकात

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दोपहर में राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओँ ने बहुआयामी और व्यापक द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा की। साथ ही 1971 के मुक्ति संग्राम की भावना को भी याद किया और मैत्री दिवस के संयुक्त उत्सव पर संतोष व्यक्त किया।

बंगभवन में दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच द्वपक्षीय बैठक

देर शाम बांग्लादेश के राष्ट्रपति महामहिम मोहम्मद अब्दुल हमीद ने बंगभवन में द्विपक्षीय बैठक में राष्ट्रपति कोविंद का स्वागत किया। इस बैठक में संप्रभुता, समानता, विश्वास और समझ के आधार पर द्विपक्षीय संबंधों का और विस्तार देने पर चर्चा हुई।

बांग्लादेशी राष्ट्रपति अब्दुल हामिद ने की अगवानी

इसके पूर्व दिन में एयर इंडिया वन की विशेष उड़ान से यहां पहुंचने पर राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी गई। बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हामिद ने अपनी पत्नी राशिदा खानम के साथ ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति कोविंद की अगवानी की। एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ इस दौरे पर प्रथम महिला सविता कोविंद और उनकी बेटी स्वाति कोविंद भी आई हैं।

अरिंदम बागची ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘एक शानदार शुरुआत! एक विशेष भाव में, राष्ट्रपति महामहिम मोहम्मद अब्दुल हामिद और प्रथम महिला राशिदा हामिद ने राष्ट्रपति कोविंद और प्रथम महिला सविता कोविंद का स्वागत किया। रेड कार्पेट स्वागत के साथ 21 तोपों की सलामी और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।’

बांग्लादेश की सेना, नौसेना और वायु सेना के जवानों ने उन्हें हवाई अड्डे पर स्वागत समारोह के हिस्से के रूप में गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया, जहां से उन्हें काफिले में राजधानी के बाहरी इलाके सावर में राष्ट्रीय शहीद स्मारक तक ले जाया गया।

राष्ट्रीय शहीद स्मारक पर माल्यार्पण के वक्त राष्ट्रीय ध्वज झुकाया गया

राष्ट्रपति कोविंद ने जब बांग्लादेश के नौ महीने लंबे 1971 के मुक्ति संग्राम के शहीदों की याद में स्मारक पर माल्यार्पण किया तो सेना की तरफ से ‘लास्ट पोस्ट’ (शोक) धुन बजाई गई और राष्ट्रीय ध्वज को झुकाया गया और फिर फहराया गया। उस युद्ध में बांग्लादेशी स्वतंत्रता सेनानियों और बच्चों और बुजुर्गों सहित निहत्थे आम नागरिकों के साथ कई भारतीय सैनिकों की जान भी गई थी।

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