Site icon Revoi.in

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्र के नाम संबोधन – देशवासियों को दीं स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं

Social Share

नई दिल्ली, 14 अगस्त। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं हैं। स्वतंत्रता दिवसकी पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘सभी देशवासी 78वें स्वतंत्रा दिवस का उत्सव मनाने की तैयारी कर रहे हैं, यह देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लहराते हुए तिरंगे को देखना, चाहे वह लाल किले पर हो, राज्यों की राजधानियों में हो या हमारे आस-पास हो – हमारे हृदय को उत्साह और रोमांच से भर देता है।’

‘आज के युवा लगभग एक चौथाई सदी के कालखंड को स्वरूप प्रदान करेंगे

राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा, “आज के युवा हमारी स्वतंत्रता की शताब्दी तक के ‘अमृत काल’ को यानी आज से लगभग एक चौथाई सदी के कालखंड को स्वरूप प्रदान करेंगे। उनकी ऊर्जा और उत्साह के बल पर ही हमारा देश नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा। रोजगार और कौशल के लिए प्रधानमंत्री की पांच योजनाओं के माध्यम से पांच वर्षों में चार करोड़ दस लाख युवाओं को लाभ मिलेगा। सरकार की एक नई पहल से पांच वर्षों में एक करोड़ युवा अग्रणी कम्पनियों में इंटर्नशिप करेंगे। ये सभी कदम, विकसित भारत के निर्माण में आधारभूत योगदान देंगे।

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि महिलाओं को केंद्र में रखकर कई तरह की विशेष सरकारी योजनाएं भी बनाई गई हैं। नारी शक्ति वंदन अधिनियम का उद्देश्य महिलाओं का वास्तविक सशक्तिकरण सुनिश्चित करना है।

‘गगनयान मिशन के शुभारंभ की मैं भी उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रही

द्रौपदी मुर्मू ने कहा, ‘हाल के वर्षों में भारत ने अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। आप सभी के साथ मैं भी अगले साल होने वाले गगनयान मिशन के शुभारंभ की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रही हूं। इस मिशन के तहत भारत के पहले मानव अंतरिक्ष यान में भारतीय अंतरिक्ष टीम को अंतरिक्ष में ले जाया जाएगा।

पेरिस ओलम्पिक में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सराहा

बीते पेरिस ओलम्पिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, ‘खेल जगत भी एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें हमारे देश ने पिछले दशक में बहुत प्रगति की है। सरकार ने खेल के बुनियादी ढांचे के विकास को समुचित प्राथमिकता दी है और इसके परिणाम सामने आ रहे हैं। हाल ही में संपन्न पेरिस ओलम्पिक खेलों में भारतीय दल ने अपना उत्कृष्ट प्रयास किया। मैं खिलाड़ियों की निष्ठा और परिश्रम की सराहना करती हूं। उन्होंने युवाओं में प्रेरणा का संचार किया है।