इस अवसर पर राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में आयोजिक समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि स्वर्गीय नन्दमूरि तारक रामा राव जी को लोग स्नेह और सम्मान के साथ एनटीआर के नाम से याद करते हैं तथा उनकी जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम में उनकी स्मृति को वह नमन करती हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ दिवंगत एन.टी. रामा राव ने तेलुगु फिल्मों के जरिए भारतीय सिनेमा और संस्कृति को समृद्ध बनाया। उन्होंने रामायण और महाभारत के प्रमुख पात्रों को अपने अभिनय से जीवंत रूप प्रदान किया था। उनके द्वारा अभिनीत प्रभु श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण के चरित्र इतने सजीव बन पड़े थे कि लोग रामा राव जी को पूजने लगे थे।’’
मुर्मू ने कहा कि एक अभिनेता के रूप में उनकी लोकप्रियता, एक जन-सेवक और नेता के रूप में भी उतनी ही व्यापक बनी रही। राष्ट्रपति ने कहा कि दिवंगत एन.टी. रामा राव ने अपने असाधारण व्यक्तित्व और कर्मठता के बल पर भारतीय राजनीति के एक अनोखे अध्याय की रचना की तथा उनके द्वारा चलाये गए जन-कल्याण के अनेक कार्यक्रम आज भी याद किये जाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे बताया गया है कि एक फिल्म में उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण, दुर्योधन और कर्ण तीनों भूमिकाओं में अद्भुत अभिनय किया था तथा सामान्य लोगों के दुख-दर्द को भी अपने अभिनय से अभिव्यक्त किया था।’’ राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि एन.टी. रामा राव ने अपनी एक फिल्म ‘मनुषुलु अन्ता वोक्कटे’ (सभी मनुष्य एक समान हैं) द्वारा सामाजिक न्याय और समानता का संदेश दिया था। राष्ट्रपति ने एनटीआर पर स्मृति सिक्का लाने के लिए वित्त मंत्रालय की सराहना की।01:55 PM