वाराणसी, 13 फरवरी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को धार्मिक यात्रा पर काशी नगरी में थीं। देश का सर्वोच्च संवैधानिक पद संभालने के बाद पहली बार वाराणसी पधारीं राष्ट्रपति मुर्मू कालभैरव मंदिर और श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल हुईं। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
लखनऊ से अपराह्न वाराणसी पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सबसे पहले बाबा कालभैरव के दरबार में हाजिरी लगाई।
वहीं से बाबा विश्वनाथ धाम में पहुंचीं। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में भोलेनाथ के षोडशोपचार पूजन व अभिषेक के उपरांत राष्ट्रपति मुर्मू ने धाम परिसर की भव्यता देखी।
राष्ट्रपति अंत में दशाश्वमेध घाट पर विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल हुईं। गंगा आरती में शामिल होने के बाद देर शाम राष्ट्रपति मुर्मू का काफिला सीधे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचा, जहां से विशेष विमान से दिल्ली रवाना हो गईं। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने द्रौपदी मुर्मू को विदाई दी। राज्यपाल और सीएम ने ही दोपहर में बाबतपुर एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति की अगवानी भी की थी।
राष्ट्रपति की झलक पाने के लिए लोगों ने किया घंटों इंतजार
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के गंगा आरती में शामिल होने के जानकारी होने पर उनकी झलक पाने के लिए गोदौलिया चौराहे पर और राजेंद्र प्रसाद घाट पर जगह-जगह लोग उनका इंतजार कर रहे थे। जैसे ही लोगों ने उन्हें देखा तो हर-हर महादेव का उद्घोष कर स्वागत किया।
गंगा तट पर जन समुदाय ने मुर्मू का हर-हर महादेव के जयघोष से स्वागत किया
दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की आरती देख राष्ट्रपति मुर्मू भावविभोर हो गईं। गंगा तट पर उपस्थित जन समुदाय ने उनका स्वागत हर-हर महादेव के जयघोष से किया तो उन्होंने हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन स्वीकार किया।
राष्ट्रपति मुर्मू ने दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की आरती उतारी और षोडशोपचार पूजन करके देशवासियों के कल्याण की कामना की। इस अवसर पर घाट का कोना-कोना दीपों से जगमगा रहा था और घाट को फूल-मालाओं से सजाया गया था।