चेन्नई, 18 अप्रैल। तमिलनाडु के कन्याकुमारी में दर्शनीय सनसेट प्वॉइंट पर एक नया स्पेस पार्क स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए तमिलनाडु सरकार भूमि आवंटित करेगी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) चेयरमैन वी. नारायणन ने इस आशय पुष्टि की है।
लिक्विड ऑक्सीजन व मीथेन से संचालित इंजन विकसित किए जा रहे
नागरकोइल के निकट कैलासनाथर मंदिर में चिथिरई फेस्टिवल में पहुंचे नारायणन ने मीडिया से बातचीत में इसरो की कई हालिया उपलब्धियों और आगामी परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्तमान में लिक्विड ऑक्सीजन और मीथेन का इस्तेमाल करने वाले इंजन विकसित किए जा रहे हैं, जिनका आगामी कन्याकुमारी स्पेस पार्क में सफल परीक्षण पहले ही किया जा चुका है।
चंद्र मिशन के लिए तैयार किया जा रहा है मार्क-3 रॉकेट
नारायणन ने घोषणा की कि 4,000 किलोग्राम के सैटेलाइट को लॉन्च करने में सक्षम मार्क-3 रॉकेट को मार्च 2027 तक चंद्र मिशन के लिए तैयार किया जा रहा है। मार्क-3 का इस्तेमाल इस साल जुलाई में ज्वाइंट भारत-अमेरिका कम्युनिकेशन सैटेलाइट को लॉन्च करने के लिए भी किया जाएगा।
उन्होंने सुनीता विलियम्स की आगामी भारत यात्रा और उनके पिछले मिशन से जुड़ी चुनौतियों का भी जिक्र किया, जिनका इसरो बारीकी से अध्ययन कर रहा है। इसी क्रम में इसरो मई में अपना 61वां PSLV रॉकेट लॉन्च करने की योजना भी बना रहा है।
2025 को प्रोडक्टिव वर्ष बताया
वर्ष 2025 को एक प्रोडक्टिव वर्ष बताते हुए इसरो चेयरमैन ने भारत के सोलर ऑब्जर्वेटरी मिशन आदित्य एल1 की सफलता और कई अन्य सैटेलाइट लॉन्च की ओर इशारा किया। उन्होंने श्रीहरिकोटा में तीसरे लॉन्चपैड के निर्माण के लिए 4,000 करोड़ रुपये के आवंटन और महेंद्रगिरि में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 1,000 करोड़ रुपये की इंजन टेस्टिंग फैसेलिटी के उद्घाटन का भी उल्लेख किया। उन्होंने स्पेस इनोवेशन में स्टार्टअप, शिक्षाविदों और प्राइवेट प्लेयर्स के साथ इसरो के सहयोग पर जोर दिया, जिससे भारत में अधिक समावेशी स्पेस इको सिस्टम को बढ़ावा मिला।

