इस्लामाबाद, 24 मई। पाकिस्तान में शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार पूर्व पीएम इमरान खान के राजनीतिक वजूद को ही खत्म करने की तैयारी कर रही है। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर बैन लगाने पर भी विचार चल रहा है।
पीटीआई पर यह प्रतिबंध गत नौ मई को इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हुई देशव्यापी हिंसा के चलते लग सकता है। इमरान खान को इस्लामाबाद हाई कोर्ट परिसर के अंदर से सेना ने अरेस्ट कर लिया था। उस मामले में सरकार सख्त एक्शन ले रही है और हमला करने वाले लोगों के खिलाफ आर्मी के कानून के तहत काररवाई हो सकती है।
‘पीटीआई पर प्रतिबंध का अब तक कोई फैसला नहीं, लेकिन चर्चा जरूर चल रही‘
इसी क्रम में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बुधवार को कहा कि सरकार पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की राजनीतिक पार्टी पीटीआई पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है। पीटीआई पर बैन को लेकर आसिफ ने कहा, ‘अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन हां, इस पर चर्चा जरूर चल रही है। पीटीआई ने देश के आधार पर हमला किया है, जो पहले कभी नहीं हुआ। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। फिलहाल इस पर बात चल रही है कि नौ मई की हिंसा में लिप्त लोगों पर कैसे शिकंजा कसा जाए।’
‘पूरी राजनीति सेना की गोद में बैठकर की, अब सेना ही दुश्मन मान रहे‘
ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इमरान खान खतरनाक राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘इमरान तो सेना को अपने दुश्मन की तरह मानते हैं जबकि उनकी तो पूरी राजनीति ही सेना की गोद में बैठकर शुरू हुई थी। आज उन्होंने अचानक सेना के ही खिलाफ खड़े होने का फैसला कर लिया। मैं जो कह रहा हूं, ये बातें पीटीआई छोड़ने वाले कई नेता ही कह चुके हैं।’
बैकफुट पर इमरान, माफी मांगने की हो रही मांग
ख्वाजा आसिफ ने कहा कि नौ मई को जो हिंसा हुई थी, उसकी पहले से ही योजना तैयार की गई थी। उन्होंने कहा कि इमरान खान के साथी ही अब बता रहे हैं कि उन्होंने हिंसा के लिए उकसाया था। शहबाज सरकार लगातार इमरान खान से मांग करती रही है कि वे हिंसा के लिए माफी मांगें। यही नहीं राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने भी इमरान खान को सलाह दी थी कि उन्हें नौ मई को हुई हिंसा के खिलाफ खुलकर बयान देना चाहिए और उसकी आलोचना करनी चाहिए।
इमरान खान की पार्टी छोड़कर जाने का सिलसिला लगातार जारी
इस बीच इमरान खान की पार्टी छोड़कर जाने का सिलसिला लगातार जारी है। पीटीआई के नेता मुहम्मद सलीम अख्तर ने पार्टी छोड़ दी है। पूर्व सांसद ने कहा कि वह पीटीआई छोड़ रहे हैं क्योंकि देश की राजनीति अब गलत दिशा में जा रही है। उन्होंने कहा कि उनके पास ऐसी राजनीति के लिए समय नहीं है।
इसके पूर्व मंगलवार को पाकिस्तान की पूर्व मंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खानी की करीबी सहयोगी शिरीन मजारी ने भी पीटीआई छोड़ दी और समूचे पाकिस्तान में नौ मई को संवेदनशील रक्षा प्रतिष्ठानों पर हमला करने वाले खान के समर्थकों की काररवाई की निंदा की। मजारी को 12 मई के बाद से चार बार गिरफ्तार किया जा चुका है और रिहा होने के बाद उन्होंने अपने इस्तीफे तथा सक्रिय राजनीति से सेवानिवृत्ति की घोषणा की।