नई दिल्ली, 6 मई। कोरोना संक्रमण के प्रकोप से देश के विभिन्न राज्यों में स्थिति लगातार खराब होती जा रही है और वे कोरोना कर्फ्यू या लॉकडाउन लगाने को बाध्य हो रहे हैं।
इस बीच केरल में लगातार दूसरी बार सत्ता में आई पिनराई विजयन की सरकार ने राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए आठ मई शनिवार से पूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। दूसरी तरफ पहले से ही लॉकडाउन में घिरे दक्षिण भारत के अन्य राज्य कर्नाटक में 24 घंटे के भीतर रिकॉर्ड 50 हजार से ज्यादा संक्रमण के नए केस दर्ज किए गए।
केरल में शनिवार से लागू होने वाला लॉकडाउन 16 मई तक प्रभावी रहेगा। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में 24 घंटे के भीतर 41,953 केस दर्ज किए गए और 58 मरीजों की मौत हुई। इस दौरान 23,106 लोगों को स्वस्थ भी घोषित किया गया। राज्य में इस समय 3,76,004 सक्रिय केस हैं।
उधर संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित शीर्ष राज्यों में महाराष्ट्र व केरल के बाद तीसरे स्थान पर चल रहे कर्नाटक में एक दिन में रिकॉर्ड 50,112 नए मामले सामने आए और 346 लोग कोरोना से जंग हार गए। उनके विपरीत 26,841 लोग स्वस्थ घोषित किए गए। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी साझा की है, जिसके अनुसार कर्नाटक में कुल एक्टिव मामलों की संख्या 4,87,308 तक जा पहुंची है।
हिमाचल में 10 दिनों का ‘कोरोना कर्फ्यू’
उत्तर भारत के पर्वतीय राज्य हिमाचल प्रदेश में भी स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है. इसी कारण राज्य सरकार ने गुरुवार से 10 दिनों तक ‘कोरोना कर्फ्यू’ लगाने का फैसला किया है।
हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में संप्रति 25,902 एक्टिव केस हैं। 24 घंटे के अंदर 3,842 नए केस सामने आए तो 1,480 लोग स्वस्थ हुए। 32 लोगों की मौत भी हुई।
झारखंड में 13 मई तक तक बढ़ीं पाबंदियां
पूर्वी भारत के राज्य झारखंड में भी जारी लॉकडाउन सरीखी पाबंदियां 13 मई तक के लिए बढ़ा दी गई हैं। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
झारखंड में 24 घंटे के भीतर 5,770 नए संक्रमितों की पहचान हुई है और 141 लोगों की मौत हुई। हालांकि 5,804 लोग स्वस्थ भी हुए। राज्य में कुल 59,526 एक्टिव केस हैं।