हैदराबाद/नई दिल्ली, 24 अप्रैल। जाने-माने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच अचानक हैदराबाद पहुंच गए हैं और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के आवास पर डेरा डाल दिया है। शनिवार सुबह तेलंगाना की राजधानी पहुंचे प्रशांत किशोर रातभर मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास प्रगति भवन पर रुके। दोनों के बीच आज भी चर्चा जारी रही।
केसीआर-प्रशांत किशोर की मुलाकात के बाद कांग्रेस में अटकलों का नया दौर शुरू
फिलहाल प्रशांत व केसीआर की इस मुलाकात के बाद कांग्रेस में महत्वपूर्ण बैठक से पहले अटकलों का एक नया दौर शुरू हो गया है और यह भी सवाल उठने लगा है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस से जुड़ेंगे अथवा नहीं। दरअसल, कांग्रेस की इच्छा है कि वह बतौर सदस्य पार्टी ज्वॉइन करें जबकि प्रशांत किशोर अब भी पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और तेलंगाना में केसीआर की टीआरएस को अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
स्मरण रहे कि कांग्रेस के साथ प्रशांत किशोर की बातचीत के लिए, पार्टी के शीर्ष नेताओं के सात सदस्यीय पैनल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को चुनावी रणनीतिकार के रोडमैप पर एक रिपोर्ट सौंपी है, जो पिछले कई वर्षों में चुनावी हार का सामना करने वाली पार्टी में सुधार कर रही है। इस समिति के अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम हैं और इसमें वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक, अंबिका सोनी, के सी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, दिग्विजय सिंह और रणदीप सिंह सुरजेवाला शामिल हैं। दोनों पक्षों के बीच कई दौर की बातचीत के बाद हुई, जिस दौरान प्रशांत किशोर ने पार्टी को पुनर्जीवित करने की अपनी योजना का प्रस्ताव रखा है और कांग्रेस नेताओं ने उनसे तीखे सवाल किए हैं।
केसीआर पिछले दिनों किशोर से मदद लेने की बात कह चुके हैं
बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर और केसीआर की हैदाराबाद से करीब 62 किलोमीटर दूर एरावेली में केसीआर के फार्महाउस पर मुलाकात हुई थी। प्रशांत किशोर को कुछ गांवों का दौरा करते हुए और लोगों की प्रतिक्रिया भी लेते हुए देखा गया था। केसीआर ने एक हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की थी कि अगले साल प्रस्तावित तेलंगाना विधानसभा चुनाव के साथ-साथ 2024 के आम चुनाव में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर उनकी सहायता करेंगे।
राहुल गांधी का 6 मई को तेलंगाना दौरे का कार्यक्रम
इस बीच पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का भी छह मई को तेलंगाना दौरे का कार्यक्रम है, जहां वह एक विशाल राजनीतिक बैठक को संबोधित करेंगे। केसीआर, अपने समर्थन आधार को बनाए रखने के अलावा, 2024 के चुनावों से पहले एक राष्ट्रीय भूमिका की तलाश कर रहे हैं। एक संयुक्त विपक्ष मोर्चा बनाने के लिए उन्होंने द्रमुक प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार जैसे प्रमुख विपक्षी नेताओं से भी मुलाकात की है।
सूत्रों का कहना है कि केसीआर कांग्रेस में राष्ट्रीय राजनीतिक मोर्चे का हिस्सा होने के नाते राजनीतिक समझ देख सकते हैं जो केंद्र में भाजपा को चुनौती देने और उन्हें सत्ता से हटाने की कोशिश करेगा, लेकिन तेलंगाना में वे इस मुद्दे को कैसे हल करेंगे, यह कहना मुश्किल है।