टोक्यो, 4 सितम्बर। टोक्यो पैरालंपिक खेलों के समापन में सिर्फ एक दिन के शेष रहते अब भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लगभग आधा दर्जन पदक बटोरने की तैयारी में हैं। इस क्रम में विश्व नंबर एक पैरा शटलर प्रमोद भगत, उनके सहयोगी सुहास एल. यथिराज और कृष्णा नागर ने अपने-अपने वर्गीकरण के अंतर्गत पुरुष एकल फाइनल में प्रवेश के साथ कम से कम तीन रजत पक्का कर लिया।
प्रमोद की ब्रिटिश शटलर से होगी खिताबी टक्कर
33 वर्षीय प्रमोद भगत ने योयोगी नेशनल स्टेडियम में 36 मिनट तक चले SL3 वर्ग सेमीफाइनल में जापान के डाइसुके फुजीहारा पर 21-11, 21-16 से जीत हासिल की। सर्वोच्च वरीयता प्राप्त, मौजूदा विश्व और एशियाई चैंपियन भगत ग्रेट ब्रिटेन के डेनियल बेथेल से भिड़ेंगे।
मनोज अब कांस्य पदक के लिए फुजिहारा से लड़ेंगे
लेकिन इसी वर्ग के दूसरे सेमीफाइनल में 31 वर्षीय मनोज सरकार दूसरी वरीयता प्राप्त बेथेल के खिलाफ लय में नहीं आ सके और 8-21, 10-21 से हार गए। मनोज अब कांस्य पदक के प्ले-ऑफ में फुजिहारा से खेलेंगे।
सुहास की लुकास मजूर से होगी स्वर्ण पदक के लिए भिड़ंत
लुकास मजूर से सेमीफाइनल में हारे तरुण
लुकास मजूर ने दूसरे सेमीफाइनल में हिसार के 27 वर्षीय शटलर व दूसरी सीड तरुण के खिलाफ एक घंटे तीन मिनट तक चले मैराथन सेमीफाइनल में 21-16, 16-21, 21-18 से जीत दर्ज की। तरुण का सामना रविवार को कांस्य पदक के प्ले ऑफ में सेतियावान से होगा।
कृष्णा के सामने अब हांगकांग के चू मान काई
हालांकि प्रमोद भगत को अपनी महिला जोड़ीदार पलक कोहली के साथ खेलते हुए SL3-SU5 सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। उन्हें इंडोनेशियाई जोड़ी ओआर लीनी व सुशांतो हैरी ने सीधे गेमों में 2-0 से हराया। भारतीय टीम अब कांस्य पदक के लिए खेलेगी।