बेंगलुरु, 9 नवम्बर। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते और जनता दल (सेक्यूलर) नेता प्रज्वल रेवन्ना ने महिलाओं के यौन उत्पीड़न से संबंधित बहुचर्चित मामले में सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की है। चूंकि कर्नाटक हाई कोर्ट ने जमानत देने से इनकार कर दिया था, लिहाजा पूर्व सांसद ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। शीर्ष अदालत जमानत याचिका पर सोमवार, 11 नवम्बर को सुनवाई करेगी।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पहले कथित वीडियो लीक होने के बाद महिलाओं के यौन उत्पीड़न के कुछ मामले सामने आए थे। रेवन्ना ने अधिवक्ता बालाजी श्रीनिवासन के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। यह मामला सोमवार को न्यायमूर्ति बेला एम त्रिवेदी और न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा की बेंच के समक्ष आने वाला है।
प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना को इस मामले में मिल चुकी है जमानत
प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें जमानत दे दी गई थी और उनकी मां भवानी रेवन्ना को, जिन्हें भी शिकायत में आरोपित बनाया गया है, अग्रिम जमानत मिल चुकी है।
पिछले लोकसभा चुनाव में 40 हजार से अधिक मतों से परास्त हुए रेवन्ना द्वारा दायर विशेष अनुमति याचिका में हाई कोर्ट के 21 अक्टूबर को पारित आदेश को चुनौती दी गई है। हाई कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी। हाई कोर्ट के जज जस्टिस एम नागप्रसन्ना ने कहा था कि प्रज्वल के खिलाफ लगाए गए आरोप प्रथम दृष्टया वासना और इंद्रियों की भ्रष्टता को दर्शाते हैं, जिसका समाज पर भयावह प्रभाव पड़ा है।
जर्मनी से लौटते ही प्रज्वल को गिरफ्तार कर लिया गया था
गत मई में प्रज्वल को जर्मनी से लौटने पर सीआईडी की एसआईटी ने बेंगलुरु हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था। सैकड़ों अश्लील वीडियो सामने आने के बाद रेवन्ना देश छोड़कर जर्मनी भाग गए थे, जहां वह 35 दिनों तक रहे। अश्लील वीडियो में कथित तौर पर रेवन्ना को कई महिलाओं के साथ दिखाया गया था।