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फिडे विश्व कप शतरंज में उपजेता रहे प्रज्ञानानंद, रैपिड टाईब्रेक के जरिए चैंपियन बने मैग्नस कार्लसन

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बाकू (अजरबेजान), 24 अगस्त। भारत के किशोरवय ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने फिडे विश्व कप शतरंज टूर्नामेंट में उपजेता रहते हुए रजत पदक जीत लिया। विश्व नंबर एक नार्वे के अनुभवी ग्रैंडमास्टर मैग्नस कार्लसन ने दो बाजियों के क्लासिकल गेम में 1-1 की बराबरी के बाद गुरुवार को रैपिड टाईब्रेक में प्रज्ञानानंद को 1.5-0.5 से हराकर पहली बार विश्व कप जीता।

मैग्नस कार्लसन ने पहले 25+10 रैपिड गेम में काले मोहरों से प्रज्ञानानंद को 47 चालों में हराया और दूसरे रैपिड गेम में ड्रा खेलने के साथ ही उपाधि अपने नाम कर ली। वहीं प्रज्ञानानंद का यह पहला विश्व कप फाइनल था और वह दुनिया के सबसे कम उम्र फाइनलिस्ट बनकर पहसे ही इतिहास रच चुके थे। अंत में वह इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के उपविजेता रहे।

दरअसल, तीन दिन तक चले फाइनल मुकाबले में चार बाजियों के बाद नतीजा निकला। 18 वर्षीय प्रज्ञानानंद ने शुरुआती दोनों क्लासिकल बाजियों में 32 वर्षीय कार्लसन को कड़ी टक्कर दी। दोनों के बीच मंगलवार को पहली बाजी खेली गई, जो 34 चालों तक गई थी, लेकिन नतीजा नहीं निकल सका। बुधवार को कार्लसन सफेद मोहरे लेकर उतरे, लेकिन प्रज्ञानानंद ने उन्हें 30 चालों में बराबरी पर रोक दिया। 1-1 की बराबरी के बाद अंततः रैपिड टाईब्रेक की दो बाजियों के बाद फाइनल का फैसला हो सका।

प्रज्ञानानंद की उपलब्धि इसलिए भी उल्लेखनीय रही कि उन्होंने फाइनल में प्रवेश के रास्ते विश्व नंबर दो हिकाकु नाकामुरा और विश्व नंबर तीन फैबिआनो करुआना को शिकस्त दी थी। 2002 के बाद यह पहला अवसर था, जब कोई भारतीय फिडे विश्व कप के फाइनल में पहुंचा था। उस वर्ष विश्वनाथन आनंद चैंपियन बने थे।

अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ ने प्रज्ञानांद को दी बधाई

इस बीच अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) ने भारतीय सितारे को बधाई दी है। फिडे ने X पर लिखा, ‘प्रज्ञनानंद 2023 FIDE विश्व कप के उपविजेता हैं। प्रभावशाली टूर्नामेंट के लिए 18 वर्षीय भारतीय प्रतिभाशाली खिलाड़ी को बधाई। फाइनल में पहुंचने के रास्ते में प्रगनानंद ने विश्व नंबर दो हिकारू नाकामुरा और विश्व नंबर तीन फैबियानो करुआना को हराया। रजत पदक जीतकर प्रज्ञानानंद ने FIDE कैंडिडेट्स के लिए टिकट भी हासिल कर लिया है।

टूर्नामेंट में प्रज्ञानानंद का सफर इस प्रकार रहा –

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