नई दिल्ली, 29 जून। कर्नाटक में बोम्मई सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के लिए कांग्रेस ने क्यूआर कोड का इस्तेमाल किया। अब मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ यही रणनीति अपनाई है। इस बीच डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे ने अपने लोगो का इस्तेमाल करने पर आपत्ति जताई है।
चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच पोस्टर वॉर छिड़ी हुई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के क्यूआर कोड वाले पोस्टर नजर आने के बाद कांग्रेस ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के पोस्टर भोपाल भर में लगा दिए थे। कांग्रेस ने सीएम शिवराज पर काम के बदले पैसे लेने का आरोप लगाया है।
एक मैगजीन में छपी रिपोर्ट के अनुसार, पोस्टर्स में सीएम शिवराज सिंह के चेहरे के साथ एक क्यूआर कोड छपा है। पोस्टर में लिखा है कि 50 फीसदी लाओ, फोनपे काम कराओ. फोनपे ने सोमवार (26 जून) को ट्विटर पर इसे लेकर एतराज जताया।
फोनपे की ओर से कहा गया कि उसका लोगो पोस्टर से हटाया जाना चाहिए और वो किसी भी सियासी और गैर-सियासी तीसरे पक्ष की ओर से इसके अवैध इस्तेमाल पर आपत्ति जताती है। कंपनी की ओर कह गया कि लोगो का किसी भी तरह से अवैध इस्तेमाल कानूनी प्रक्रिया को न्योता देगा। इसके साथ ही फोनपे ने कांग्रेस से फोनपे के लोगो और ब्रांड वाले पोस्टर हटाने की मांग की है।
फोन पे ने ट्वीट में कहा कि हम किसी भी राजनीतिक पार्टी या सियासी अभियान से जुड़े नहीं हैं। फोनपे लोगो हमारी कंपनी का एक पंजीकृत ट्रेडमार्क है। बौद्धिक संपदा का कोई भी अनधिकृत इस्तेमाल PhonePe की ओर से कानूनी कार्रवाई को आमंत्रित करेंगे। हम विनम्रतापूर्वक कांग्रेस से पोस्टर हटाने का अनुरोध करते हैं।