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पोस्टमार्टम रिपोर्ट : कार्डियक अरेस्ट मुख्तार अंसारी की मौत की वजह, विसरा फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा

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लखनऊ, 29 मार्च। गैंगस्टर से राजनेता बने माफिया मुख्तार अंसारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि हृदयाघात (कार्डियक अरेस्ट) उसकी मौत की वजह थी। रिपोर्ट में ऐसे किसी भी संदिग्ध जहर से इनकार किया गया, जैसा कि मुख्तार के परिवार के सदस्यों और कई राजनेताओं ने दावा किया है।

मुख्तार के शव का पोस्टमार्टम रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा किया गया, जहां अंसारी ने अंतिम सांस ली थी। जब जांच हुई तो परिवार के सदस्य शव परीक्षण कक्ष के अंदर थे और पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई। डॉक्टरों के पैनल ने विसरा सुरक्षित रख लिया है, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं कोई जहर तो नहीं था।

दरअसल, परिवार के इन आरोपों की पृष्ठभूमि में शव परीक्षण का महत्व बढ़ गया था, जिससे प्रक्रिया में देरी हुई। मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर एम्स के डॉक्टरों द्वारा किए जाने वाले पोस्टमार्टम पर रोक लगाने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि उन्हें स्थानीय प्रशासन से न्याय की कोई उम्मीद नहीं है।

आज कालीबाग कब्रिस्तान में मुख्तार को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा

पोस्टमार्टम प्रक्रिया के बाद मुख्तार के शव को भारी सुरक्षा के बीच उसके पैतृक जनपद गाजीपुर ले जाया गया। गाजीपुर में मोहम्मदाबाद के कालीबाग में पारिवारिक कब्रिस्तान में एक कब्र खोदी गई है, जहां मुख्तार के माता-पिता को दफनाया गया था। वहीं शनिवार की सुबह मुख्तार को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।

मुख्तार के जनाजे में नहीं शामिल हो पाएगा बेटा अब्बास

इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने जेल में बंद मुख्तार अंसारी के एक बेटे अब्बास अंसारी की पेरोल की अर्जी खारिज कर दी है। कासगंज जेल में बंद अब्बास ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पेरोल की अर्जी डाली थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने पेरोल की अर्जी पर सुनवाई से ही इनकार कर दिया। इसके चलते अब्बास अब मुख्तार के जनाजे में शामिल नहीं हो पाएगा।

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