जयपुर, 25 सितम्बर। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव की जारी प्रक्रिया के बीच राजस्थान में बड़ा सियासी संकट उत्पन्न हो गया है। इसकी मुख्य वजह यह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक ज्यादातर विधायक नहीं चाहते कि उनके (गहलोत को) पार्टी अध्यक्ष चुने जाने की स्थिति में सचिन पायलट की राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में ताजपोशी हो।
स्पीकर सीपी जोशी तक के इस्तीफे की चर्चा
इसी क्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों ने साफ कर दिया है कि उन्हें राजस्थान में सचिन पायलट को सत्ता सौंपना मंजूर नहीं है। कांग्रेस आलाकमान पर दबाव बनाने के लिए ही गहलोत गुट के सभी92 विधायकों ने इस्तीफे का न सिर्फ एलान किया वरन स्पीकर सीपी जोशी को अपना इस्तीफा भी सौंप दिया है। खुद स्पीकर सीपी जोशी के भी इस्तीफे की खबर सामने आ रही है।
विधायकों की नाराजगी – सीएम गहलोत उनसे सलाह लिए बिना कैसा कर सकते हैं फैसला
राजस्थान सरकार में मंत्री और गहलोत के करीबी प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सभी विधायक गुस्से में हैं और इस्तीफा दे रहे हैं। हम इसके लिए अध्यक्ष के पास जा रहे हैं। विधायक इस बात से खफा हैं कि सीएम अशोक गहलोत उनसे सलाह लिए बिना फैसला कैसे ले सकते हैं। खाचरियावास ने 92 विधायकों के इस्तीफे की बात कही है।
सोनिया गांधी का रात में ही मामला सुलझाने का निर्देश
राज्य में अचानक उभरे इस सियासी संकट के बीच कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा, ‘हम फिलहाल दिल्ली नहीं जा रहे हैं, हमें कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान कांग्रेस के विधायकों के साथ आमने-सामने बातचीत करने और मामला सुलझाने का निर्देश दिया है। हम आज रात उनसे मिलेंगे।’
हाईकमान ने पायलट को सीएम पद सौंपने का मन बनाया, गहलोत को मंजूर नहीं
ज्ञातव्य है कि आज शाम सीएम गहलोत के आवास पर विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। इसके लिए दिल्ली से पर्यवेक्षक बनाकर वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रभारी अजय माकन को जयपुर भेजा गया था। विधायक दल की बैठक में विधायकों को यह प्रस्ताव पारित करने को कहा गया था कि आलाकमान नए मुख्यमंत्री का फैसला करेगा। बताया जा रहा है कि हाईकमान ने सचिन पायलट को सीएम पद सौंपने का मन बना लिया है और गहलोत को यह मंजूर नहीं है। उनका कहना है कि हाईकमान ने उनकी राय नहीं ली है।
विधायक दल की बैठक रद
इससे पहले मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन, सचिन पायलट और करीब दो दर्जन विधायक अशोक गहलोत के घर पहुंच चुके थे। लेकिन गहलोत गुट के विधायक बैठक में नहीं पहुंचे। इस बीच विधायक दल की बैठक को रद कर दिया गया है। अब राजस्थान की राजनीति का ऊंट किस करवट बैठेगा, यह देखना अब और भी अधिक दिलचस्प हो गया है।