काठमांडू, 9 सितम्बर। नेपाल में जेन जी के हिसंक प्रदर्शनक के बीच नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके सचिवालय ने खबर पर मुहर लगाई है। जेन जी प्रदर्शनकारी और विपक्षी नेता सोमवार से पीएम ओली के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। ओली एक वर्ष और दो माह ही पद पर रह सके।
देश में हालात बेकाबू : हिंसक प्रदर्शन की आग राजनेताओं के घरों तक पहुंची
इस बीच देश में हिंसक प्रदर्शन की आग अब राजनीतिक नेताओं के घरों तक पहुंच गई है। युवा प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के निजी आवास पर धावा बोल कर कब्जा कर लिया है। साथ ही पीएम ओली के ऑफिस और घर पर भी धावा बोल दिया है। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने नेपाल के संसद भवन में आग लगा दी है।
पूर्व पीएम प्रचंड व नेपाली कांग्रेस प्रमुख के परिसरों में भी तोड़फोड़
इससे पहले, प्रदर्शनकारियों ने ललितपुर में पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड के घर में तोड़फोड़ की। साथ ही नेपाली कांग्रेस प्रमुख शेर बहादुर देउबा के परिसर में कई वाहनों को आग लगा दी। राजधानी काठमांडू और देश के अन्य हिस्सों में कर्फ्यू लागू होने के बावजूद छात्रों के नेतृत्व में जारी प्रदर्शन और अधिक उग्र हो गए हैं।
पुलिस की गोलीबारी में छात्रों सहित करीब 19 प्रदर्शनकारी मारे गए थे
प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि केवल गृह मंत्री के इस्तीफे से बात नहीं बनेगी, प्रधानमंत्री ओली को भी जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ना चाहिए। सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध के विरोध में युवाओं के हिंसक प्रदर्शन पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग किए जाने के बाद गृह मंत्री रमेश लेखक ने इस्तीफा दे दिया था। पुलिस की गोलीबारी में छात्रों सहित करीब 19 प्रदर्शनकारी मारे गए और 400 से अधिक युवा घायल हो गए थे।
15 जुलाई 2024 को चौथी बार पीएम बने थे पीएम ओली
उल्लेखनीय है कि केपी शर्मा ओली 15 जुलाई, 2024 को तीसरी बार पीएम बने थे। यह घोषणा तब हुई, जब प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन, नेताओं के आवासों सहित कई महत्वपूर्ण कार्यालयों में तोड़फोड़ की और अन्य शहरों में भी विरोध प्रदर्शन हुए। सोमवार को जेन जी के विरोध प्रदर्शनों पर काररवाई के बाद प्रदर्शनकारी उग्र हो गए थे।
हिंसा के बाद ओली पर लगातार बढ़ रहा था दबाव
नेपाली कांग्रेस के समर्थन से जुलाई, 2024 से प्रधानमंत्री के रूप में अपना चौथा कार्यकाल पूरा कर रहे ओली पर इस हिंसा के बाद लगातार दबाव बढ़ रहा था। प्रदर्शनकारियों ने उनके प्रशासन पर निहत्थे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ घातक बल प्रयोग को अधिकृत करने का आरोप लगाया था।
बढ़ती अशांति के आरोपों के बीच छोड़ी सत्ता
ओली ने 2015-16, 2018-21, और 2021 में कुछ समय के लिए और फिर जुलाई, 2024 से मंगलवार को अपने पद से हटने तक पद संभाला था। अपनी मुखर शैली और राष्ट्रवादी नीतियों के लिए जाने जाने वाले ओली स्थिरता और समृद्धि के वादों के साथ सत्ता में आए थे, लेकिन बढ़ती अशांति के आरोपों के बीच सत्ता छोड़ दी।
ओली से पहले गृह मंत्री और कृषि मंत्री ने सौंपा इस्तीफा
पीएम ओली से पहले देश के गृह मंत्री और कृषि मंत्री ने इस्तीफा सौंप दिया था। काठमांडू और देशभर में मंगलवार को भी विरोध प्रदर्शन जारी रहे। वहीं प्रदर्शनकारियों ने व्यवस्थागत सुधार और जवाबदेही सुनिश्चित होने तक आगे बढ़ने की कसम खा रखी है।

