Site icon hindi.revoi.in

पीएम मोदी की बैठक में शामिल होंगे गुपकार गठबंधन के दल, महबूबा बोलीं – जो छीना गया, उसी पर होगी बात

The Prime Minister, Shri Narendra Modi interacting with the Chief Ministers of states via video conferencing to discuss the emerging situation and plan ahead for tackling the COVID-19 pandemic, in New Delhi on April 27, 2020.

Social Share

श्रीनगर, 22 जून। जम्मू-कश्मीर में गुपकार गठबंधन के दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 24 जून को नई दिल्ली में आहूत बैठक में शामिल होंगे। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के आवास पर मंगलवार को हुई ऑल पार्टी मीटिंग के बाद यह फैसला लिया गया।

गुपकार गठबंधन ने यह भी फैसला किया है कि जम्मू-कश्मीर के मामले में पहले से चली आ रहीं मांगों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) नेता महबूबा मुफ्ती ने यहां तक कहा कि जो कुछ छीना गया है, सिर्फ उसी पर बात होगी।

गौरतलब है कि बीते सप्ताह जम्मू-कश्मीर के प्रमुख राजनीतिक दलों को न्यौता भेजे जाने के बाद से ही चर्चा चल रही है कि इस बैठक में जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और परिसीमन कराने जैसे मुद्दों पर बात हो सकती है। हालांकि अब तक केंद्र सरकार की ओर से मीटिंग के एजेंडे को लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ भी कहा नहीं गया है।

जम्मू-कश्मीर से अगस्त, 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने और राज्य के पुनर्गठन के बाद पीएम मोदी की राज्य के राजनीतिक दलों के साथ यह पहली बैठक होगी। तब केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को निरस्त कर इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों – जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था।

अपना एजेंडा पीएम के सामने रखेंगे : डॉ. फारूक अब्दुल्ला

गुपकार ने अपनी बैठक में फैसला किया कि पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में महबूबा मुफ्ती, मोहम्मद तारिगामी साहब और डॉ. अब्दुल्ला शामिल होंगे। बैठक के बाद डॉ अब्दुल्ला ने कहा, ‘महबूबा जी, मोहम्मद तारिगामी साहब और मैं पीएम द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होंगे। हमें उम्मीद है कि हम अपना एजेंडा पीएम और गृह मंत्रालय के सामने रखेंगे।’

जो जम्मू-कश्मीर के हक में होगा, उसी में हम हां करेंगे

प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुपकार गठबंधन ने कहा, ‘हमें दिल्ली में बुलाई गई बैठक का एजेंडा नहीं बताया गया है। लेकिन हम अपना ऐजेंडा लेकर जाएंगे। उन्हें गलतफहमी न हो कि हम उनके एजेंडे पर हस्ताक्षर कर देंगे। जो जम्मू-कश्मीर के हक में होगा, उसी में हम हां करेंगे नहीं तो साफ इनकार कर देंगे।’

जम्मू-कश्मीर के 14 दल बैठक में आमंत्रित

ज्ञातव्य है कि डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उनके पुत्र उमर अब्दुल्ला व महबूबा मुफ्ती समेत 14 दलों के नेताओं को पीएम की इस बैठक में शामिल होने का न्यौता मिला है। ऐसी भी चर्चा है कि गुपकार गठबंधन के नेता कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने  के मुद्दे पर बात कर सकते हैं।

तालिबान से बात करेंगे तो जम्मू-कश्मीर आकर बात क्यों नहीं करते

दूसरी तरफ महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘हम दिल्ली जाएंगे और अपनी बात रखेंगे। जब दूसरे देशों में जाकर बातें की जाती हैं और दोहा जाकर तालिबान के साथ बात करते हैं तो जम्मू-कश्मीर में आकर बात क्यों नहीं की जा रही है।’

महबूबा ने कहा कि आर्टिकल 35ए और आर्टिकल 370 को लेकर उनकी जो मांगें हैं, उस पर गुपकार अब भी कायम है। इसे लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। महबूबा ने यहां तक कहा कि केंद्र को पाकिस्तान से भी बात करनी चाहिए।

Exit mobile version