नई दिल्ली, 31 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि देश ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के दौरान कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने लोगों से 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में अमृत काल की यात्रा शुरू करने का आग्रह किया।
नई दिल्ली में मंगलवार को कर्तव्य पथ पर ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान की अमृत कलश यात्रा के समापन पर पीएम मोदी ने कहा कि यह अभियान राष्ट्र को आगे बढ़ाने में देश की सामूहिक भावना की ताकत को दर्शाता है। उन्होंने अमृत महोत्सव के दौरान चंद्र मिशन, वंदे भारत ट्रेन और देश को विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की सफलताओं का जिक्र किया।
यह पवित्र मिट्टी प्रेरणा के स्रोत के रूप में काम करेगी
अमृत कलश यात्रा के दौरान लाई गई मिट्टी से अपने माथे पर तिलक लगाने वाले प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘दांडी यात्रा’ लोगों को एक साथ लेकर आई थी और इसी तरह ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ ने लोगों की भागीदारी का नया इतिहास बनाया। यह पवित्र मिट्टी प्रेरणा के स्रोत के रूप में काम करेगी। यह लोगों को ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए अपने प्रयासों को दोगुना करने के वास्ते भी प्रेरित करेगी।
अमृत वाटिका और अमृत महोत्सव स्मारक की आधारशिला रखी
पीएम मोदी ने अमृत वाटिका और अमृत महोत्सव स्मारक की आधारशिला भी रखी। उन्होंने कहा कि यह स्मारक अगली पीढ़ी को आज के ऐतिहासिक आयोजन की याद दिलाएगा। उन्होंने युवाओं के लिए ‘मेरा युवा भारत’ प्लेटफॉर्म भी शुभारंभ किया।
युवाओं के लिए ‘मेरा युवा भारत‘ प्लेटफॉर्म भी शुभारंभ किया
‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान देश के लिए सर्वोच्च बलिदान करने वाले वीरों और वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि है। देशभर से हजारों अमृत कलश यात्री इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अभियान में 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 2 लाख 30 हजार से अधिक शिलाफलकम बनाए गए। लगभग चार करोड़ पंच प्राण प्रतिज्ञा सेल्फी अपलोड की गईं और देशभर में दो लाख वीरों का वंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रतिनिधि शामिल हुए
इस कार्यक्रम में 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, पीयूष गोयल और अनुराग सिंह ठाकुर और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। इसके पूर्व सोमवार को कर्तव्य पथ पर एक कार्यक्रम मे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने एक विशाल अमृत कलश में मिट्टी डाली थी।