नई दिल्ली, 22 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र की शुरुआत से पहले विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा है कि दल के लिए जितनी लड़ाई लड़नी थी, लड़ ली। अब सभी सांसदों को समर्पण भाव से देश के लिए लड़ना है और जनवरी, 2029 तक राजनीति का खेल छोड़ना होगा।
‘यह सत्र देशवासियों के सपनों की नींव रखने वाला है‘
पीएम मोदी ने कहा, ‘यह सत्र देशवासियों के सपनों की नींव रखने वाला है। देश बहुत बारीकी से हम सभी के काम को देख रहा है। यह गर्व का विषय है कि करीब 60 वर्षों के बाद कोई सरकार तीसरी बार वापस आई। तीसरी पारी का पहला बजट रखने का सौभाग्य प्राप्त हो, यह गर्व का विषय है। देशवासी इसे गरिमा के तौर पर देख रहे हैं।’
‘देशवासियों को जो गारंटी दे रहा हूं, उन्हें जमीन पर उतारने वाला बजट होगा‘
उन्होंने कहा, ‘मैं देशवासियों को जो गारंटी दे रहा हूं, उनको जमीन पर उतारने वाला यह बजट होगा। यह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट है। हमें 5 साल का जो अवसर मिला है, उसकी दिशा यह बजट तय करेगा। यह बजट 2047 में विकसित भारत के सपने को पूरा करने की मजबूत नींव रखेगा।’
‘सभी सांसदों की जिम्मेदारी – अब दल के लिए नहीं, देश के लिए लड़ना है‘
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हर देशवासी के लिए गर्व की बात है कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भारत सबसे तेजी से बढ़ रहा है। 8 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। भारत में पॉजिटिव आउटलुक, इन्वेस्टमेंट और परफॉर्मेंस का माहौल है। हम बीते तीन सालों से लगातार 8 फीसदी की ग्रोथ कर रहे हैं। देशवासियों ने अपना फैसला ले लिया है। अब सभी चुने हुए सांसदों की जिम्मेदारी है कि अब दल के लिए नहीं बल्कि अगले पांच वर्षों में देश के लिए लड़ना है। मैं सभी राजनीतिक दलो से भी कहूंगा कि हम आने वाले साढ़े चार वर्ष के लिए देश को समर्पित हो जाएं।’