वाराणसी, 17 दिसम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम यहां गंगा किनारे स्थित भव्य नमो घाट पर काशी तमिल संगमम् के दूसरे संस्करण का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान वह बनारस-कन्याकुमारी के बीच सीधी ट्रेन को हरी झंडी भी दिखाएंगे।
रेल प्रशासन 17 दिसम्बर से 30 दिसम्बर तक आयोजित इस समारोह के लिए 14 स्पेशल ट्रेनों को भी चलाएगा, जिसके जरिए तमिलनाडु से करीब 1400 लोगों का जत्था वाराणसी की यात्रा करने वाले हैं। ये लोग 200 के अलग-अलग ग्रुपों में धार्मिक नगरी की यात्रा करेंगे। काशी प्रवास के दौरान वे अपने यात्रा कार्यक्रम के अनुसार प्रयागराज और अयोध्या भी जाएंगे।
काशी तमिल संगमम् के लिए चलेंगी ये ट्रेनें
Train No. 6101 MGR Chennai Central – Banaras
Train No. 6102 Banaras – MGR Chennai Central
Train No. 6103 Kaniyakumari – Banaras
Train No. 6104 Banaras – Kaniyakumari
Train No. 6105 Coimbatore – Banaras
Train No. 6106 Banaras – Coimbatore
Train No. 6107 Kaniyakumari – Banaras
Train No. 6108 Banaras – Kaniyakumari
Train No. 6109 MGR Chennai Central – Banaras
Train No. 6110 Banaras – MGR Chennai Central
Train No. 6111 Coimbatore – Banaras
Train No. 6112 Banaras – Coimbatore
Train No. 6113 MGR Chennai Central – Banaras
Train No. 6114 Banaras – MGR Chennai Central
42000 से अधिक लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन
छात्रों (गंगा), शिक्षकों (यमुना), पेशेवरों (गोदावरी), आध्यात्मिक लोगों(सरस्वती), किसानों और कारीगरों (नर्मदा), लेखकों (सिंधु) और व्यापारियों और व्यावसायियों (कावेरी) के सात समूहों का नाम भारत की सात पवित्र नदियों के नाम पर रखा गया है और ये समूह चेन्नई, कोयम्बटूर और कन्याकुमारी से काशी तक यात्रा करेंगे। 8 दिसम्बर, 2023 को समाप्त हुए पंजीकरण के समय के दौरान 42,000 से अधिक पंजीकरण प्राप्त हुए थे। उनमें से चयन समिति द्वारा प्रत्येक समूह के लिए 200 लोगों का चयन किया गया है।
समारोह के दौरान विविध स्टाल लगाए जाएंगे
प्रतिनिधि यात्रा कार्यक्रम में दो दिन की बाहर की यात्रा, दो दिन की बनारस की वापसी यात्रा और प्रयागराज और अयोध्या की एक-एक दिन की यात्रा शामिल होगी। समारोह में तमिलनाडु और काशी की कला और संस्कृति, हथकरघा, हस्तशिल्प, व्यंजन और अन्य विशेष उत्पादों को प्रदर्शित करने वाले स्टॉल लगाए जाएंगे। काशी के नमो घाट पर तमिलनाडु और काशी की संस्कृति से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी होगा आयोजन
आयोजन की पूरी अवधि के दौरान ज्ञान के विभिन्न पहलुओं जैसे साहित्य, प्राचीन ग्रंथ, दर्शन, आध्यात्मिकता, संगीत, नृत्य, नाटक, योग, आयुर्वेद, हथकरघा, हस्तशिल्प के साथ-साथ नवाचार, व्यावसायिक आदान-प्रदान, एडटेक और अन्य अगली पीढ़ी की आधुनिक प्रौद्योगिकियां पर सेमिनार, चर्चा, व्याख्यान आदि आयोजित किए जाएंगे।
इसके अलावा, तमिलनाडु और काशी के विभिन्न विषयों/व्यवसायों के विशेषज्ञ और विद्वान, स्थानीय प्रैक्टिसनर्स भी इन आदान-प्रदानों में भाग लेंगे ताकि विभिन्न क्षेत्रों में पारस्परिक सीख से व्यावहारिक ज्ञान/इनोवेशन का एक समूह उभर सके।