नई दिल्ली, 21 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को नया रूप देने के लिए गुरुवार को राजस्थान के बीकानेर से ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत 18 राज्यों में 103 रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन करेंगे। यह योजना भारतीय रेलवे द्वारा एक दीर्घकालिक मिशन के रूप में चलाई जा रही है, जिसका उद्देश्य देशभर के रेलवे स्टेशनों को चरणबद्ध ढंग से आधुनिक बनाना है।
जरूरत के हिसाब से बनाए जा रहे ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के स्टेशन
‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत प्रत्येक स्टेशन को उसकी जरूरतों के आधार पर तैयार किया जाता है। योजना का मुख्य उद्देश्य स्टेशनों को स्वच्छ, सुगम, आरामदायक और यात्रियों के लिए अधिक उपयोगी बनाना है। इसके तहत स्टेशन की एंट्री और एग्जिट को बेहतर बनाना, प्रतीक्षालय, शौचालय, प्लेटफॉर्म और छतों की गुणवत्ता सुधारना, जहां जरूरत हो वहां लिफ्ट, एस्केलेटर और मुफ्त वाई-फाई जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराना शामिल है। साथ ही, नई साइनेज और सूचना प्रणाली से यात्रियों को सही दिशा में जानकारी मिल सकेगी। कुछ स्टेशनों पर एग्जीक्यूटिव लॉन्ज और व्यापारिक बैठकों के लिए विशेष क्षेत्र भी बनाए जा रहे हैं।
‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ पहल को भी बढ़ावा दिया जा रहा
इस योजना के तहत ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ पहल को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसके माध्यम से प्रत्येक स्टेशन पर उस क्षेत्र के विशिष्ट उत्पादों जैसे आदिवासी हस्तशिल्प, स्थानीय हथकरघा, चिकनकारी, जरी-जरदोजी, मसाले, चाय, कॉफी और अन्य प्रसंस्कृत उत्पादों की बिक्री की जाएगी। इस पहल का उद्देश्य भारत की पारंपरिक कला, संस्कृति और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना है। इसमें दिव्यांगजनों (Divyangjan) और कम गतिशीलता वाले यात्रियों की सुविधाओं पर भी दिया जा रहा है।
Amrit Bharat Stations: A New Era for Indian Rail Infrastructure
➡️Amrit Bharat Station Scheme marks a major step towards transforming India’s railway infrastructure to meet the needs of a growing and modern nation. The goal is to make stations cleaner, more comfortable, and… pic.twitter.com/cxc2q0pKcP
— PIB India (@PIB_India) May 21, 2025
वहीं ‘सुगम्य भारत मिशन’ के तहत स्टेशन पर रैम्प, ब्रेल साइनेज, लो-हाइट टिकट काउंटर, विशेष शौचालय, पीने के पानी के बूथ, लिफ्ट जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। साथ ही, बेहतर रोशनी, हरियाली, शोर-रहित ट्रैक और टिकाऊ निर्माण सामग्री का भी उपयोग किया जा रहा है, जिससे स्टेशन पर्यावरण के अनुकूल बन सकें।
मोढेरा सूर्य मंदिर से भगवान जगन्नाथ मंदिर तक का डिजाइन
‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ की एक और खास बात यह है कि स्टेशनों के डिजाइन में स्थानीय संस्कृति और वास्तुकला को शामिल किया जा रहा है। उदाहरण के लिए, अहमदाबाद स्टेशन का डिजाइन मोढेरा सूर्य मंदिर से, द्वारका स्टेशन द्वारकाधीश मंदिर से, गुरुग्राम स्टेशन आईटी थीम से, ओडिशा का बालेश्वर स्टेशन भगवान जगन्नाथ मंदिर और तमिलनाडु का कुम्भकोणम स्टेशन चोल वास्तुकला से प्रेरित है।
वर्ष 2021 में हुई थी ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ की शुरुआत
गौरतलब है कि इस योजना की शुरुआत वर्ष 2021 में हुई थी, जब गांधीनगर रेलवे स्टेशन को पूरी तरह से आधुनिक रूप में विकसित किया गया था, जिसमें एक पांच सितारा होटल भी शामिल था। उसी वर्ष भोपाल का हबीबगंज स्टेशन भी, जिसे अब रानी कमलापति स्टेशन के नाम से जाना जाता है, नए स्वरूप में प्रस्तुत किया गया।
भविष्य की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही भारतीय रेलवे
‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ भारत सरकार का एक बड़ा प्रयास है, जो रेलवे स्टेशनों को केवल यात्रा का स्थान नहीं, बल्कि शहरों के जीवंत, स्वच्छ और बहु-उपयोगी केंद्र के रूप में परिवर्तित करने की दिशा में अग्रसर है। यह योजना न केवल यात्री सुविधाओं को बढ़ावा देती है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर, टिकाऊ विकास और समावेशी सोच को भी दर्शाती है। भारतीय रेलवे अब सिर्फ लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक नहीं पहुंचा रही बल्कि भविष्य की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।

