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पीएम मोदी इसी हफ्ते पूर्वांचल के युवाओं को देंगे ‘सिपेट’ का तोहफा

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वाराणसी, 3 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र के आगामी दौरे में वाराणसी सहित पूरे पूर्वांचल के युवाओं को शैक्षणिक रोजगार के लिए सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल एंड टेक्नोलॉजी (CIPET) का बड़ा तोहफा देने वाले हैं।

7 जुलाई को वाराणसी में कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास करेंगे

पीएम मोदी सात जुलाई को दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी आ रहे हैं। इस दौरान वह कई हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास भी कर सकते हैं, जिनमें  4,074 करोड़ की रेल परियोजना का लोकार्पण भी शामिल है।

सिपेट के जरिए कम्पनियों के लिए स्किल्ड बनेंगे युवा, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

सिपेट न सिर्फ कम्पनियों को स्किल्ड मैन पावर देगा बल्कि पूर्वांचल के युवाओं को बड़ी तादात में रोजगार दिलाने में मददगार साबित होगा। सिपेट में पढाई और प्रशिक्षण के बाद लगभग 85 प्रतिशत युवाओं के लिए रोजगार व स्वरोजगार के अवसर के द्वार खुलेंगे।

40.10 करोड़ की लागत से बना है केंद्र व यूपी सरकार का संयुक्त उपक्रम

सिपेट का निर्माण 40.10 करोड़ की लागत से करीब 10 एकड़ क्षेत्र में हुआ है। पीएम मोदी ने ही 15 जुलाई, 2021 को इसका शिलान्यास किया था। उत्तर प्रदेश सरकार ने सिपेट के निर्माण के लिए वाराणसी के करसड़ा में 10 एकड़ निःशुल्क जमीन उपलब्ध कराई है। सिपेट के निर्माण में केंद्र एवं उत्तर प्रदेश सरकार दोनों का सहयोग है।

उत्तर प्रदेश के दूसरे और पूर्वांचल के पहले सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट) के शुरू होने से पूर्वांचल के बेरोजगार युवाओं को शैक्षणिक और रोजगार देने वाले कौशल का प्रशिक्षण मिलेगा। यही नहीं प्लास्टिक और इससे संबंधित उद्योगों को तकनीकी सहायता मिलेगी।

सिपेट हर वर्ष 2000 बेरोजगार युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण देगा

प्लास्टिक व पॉलिमर से संबंधित उद्योगों को कुशल मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए विशेष तौर पर डिजाइन किए गए पाठ्यक्रम से हर साल 2000 बेरोजगार युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण देगा। साथ ही लांग टर्म कोर्स डीपीटी, डीपीएमटी, द्वारा प्रति वर्ष 1000 छात्रों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। इसके अलावा प्लास्टिक व पॉलिमर से संबंधित उद्योगों को तकनीकी सेवाएं प्रदान करेगा। सिपेट की सबसे खास बात है कि यहां से ट्रेंनिग प्राप्त छात्रों में से लगभग 85 प्रतिशत के लिए रोजगार या स्वरोजगार मिलने की पूरी सम्भावना है।

रोजगार और उद्योग दोनों के लिए उपयोगी है सिपेट का पाठ्यक्रम

सिपेट से पूर्वांचल के उद्योग को मिलने वाले लाभ