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पीएम मोदी ने ‘कर्तव्य पथ’ के उद्घाटन के साथ नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण किया

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नई दिल्ली, 8 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार की रात एक भव्य समारोह में इंडिया गेट के निकट पुनर्नवीनीकृत कर्तव्य पथ (पूर्व का राजपथ) का उद्घाटन किया और इसके साथ ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण भी किया।

 

दरअसल, दिल्ली के ऐतिहासिक राजपथ और सेंट्रल विस्टा लॉन का रीडेवलपमेंट किया गया है। ये दोनों निर्माण कार्य सेंट्रल विस्टा रि-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं। उद्घाटन के बाद शुक्रवार, नौ सितंबर से इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।

पीएम ने सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना में शामिल कार्यकर्ताओं से बातचीत भी की

पीएम मोदी ने सेंट्रल विस्टा के पुनर्विकास परियोजना में शामिल कार्यकर्ताओं से बातचीत भी की। उन्होंने सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान श्रमजीवी से कहा कि वह 26 जनवरी गणतंत्र दिवस परेड के लिए सेंट्रल विस्टा के पुनर्विकास परियोजना पर काम करने वाले सभी लोगों को आमंत्रित करेंगे।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा उसी स्थान पर स्थापित की गई है, जहां इस वर्ष की शुरुआत में पराक्रम दिवस (23 जनवरी) के अवसर पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया गया था। इस होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण नेताजी की 125वीं जयंती के अवसर पर किया गया था।

 

नेताजी की प्रतिमा का अनावरण आजाद हिन्द फौज के पारंपरिक गीत ‘कदम, कदम बढ़ाए जा’ की धुन के साथ किया गया। एक भारत-श्रेष्‍ठ भारत और अनेकता में एकता की भावना को प्रदर्शित करने के लिए देश के कोने-कोने से आए 500 नर्तकों ने इस अवसप पर एक सांस्‍कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।

अरुण योगीराज के नेतृत्‍व में मूर्तिकारों के एक दल ने तैयार की है नेताजी की प्रतिमा

अरुण योगीराज के नेतृत्‍व में मूर्तिकारों के एक दल ने नेताजी की इस प्रतिमा को पारंपरिक तकनीकों और आधुनिक औजारों का उपयोग कर पूरी तरह हाथों से बनाया गया है। करीब 26,000 घंटे के अथक कलात्‍मक प्रयासों से अखंड ग्रेनाइट को तराश कर 65 मीट्रिक टन वजन की इस प्रतिमा को तैयार किया गया है। काले रंग के ग्रेनाइट पत्‍थर से निर्मित 28 फुट ऊंची यह प्रतिमा इंडिया गेट के समीप एक छतरी के नीचे स्‍थापित की गई है।

तेलंगाना के खम्‍मम से लाए गए ग्रेनाइट के अखंड पत्थर पर निर्मित की गई प्रतिमा

यह प्रतिमा भारत की विशालतम, सजीव, अखंड पत्‍थर पर हस्त निर्मित प्रतिमाओं में से एक है। ग्रेनाइट के इस अखंड पत्‍थर को तेलंगाना के खम्‍मम से 1665 किलोमीटर दूर नई दिल्‍ली तक लाने के लिए 100 फुट लंबा 140 पहियों वाला एक ट्रक विशेष तौर पर तैयार किया गया था।

एनडीएमसी ने राजपथ का नाम कर्तव्य पथ करने का प्रस्ताव पारित किया था

कर्तव्य पथ की बात करें तो नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने बुधवार को ही राजपथ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ करने का प्रस्ताव पारित किया था। केंद्रीय विदेश तथा संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी की अध्यक्षता में एनडीएमसी की एक विशेष बैठक यहां आयोजित की गई थी। लेखी एनडीएमसी की सदस्य भी हैं।

राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक कर्तव्य पथ की सुरक्षा के विशेष इंतजाम

राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक कर्तव्य पथ के उद्घाटन के साथ ही इसकी सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। पुलिसकर्मियों के अलावा 80 से अधिक निजी सुरक्षा गार्ड नए सिरे से तैयार पूरे खंड पर नजर रखेंगे ताकि चोरी और नुकसान की घटनाओं को रोका जा सके।

कर्तव्य पथ का पूरा गलियारा पांच हिस्सों में विभाजित

परियोजना का क्रियान्वयन कर रही एजेंसी केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के एक अधिकारी के अनुसार कम से कम दो महीने तक बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और सुरक्षा गार्ड तैनात रहेंगे। हालांकि, आगंतुकों के लिए कोई बड़ा प्रतिबंध नहीं होगा। पूरे गलियारे को पांच हिस्सों में विभाजित किया गया है – इंडिया गेट, सी हेक्सागोन से मान सिंह रोड, मान सिंह रोड से जनपथ, जनपथ से रफी मार्ग और रफी मार्ग से विजय चौक। योजना के तहत इंडिया गेट से मान सिंह रोड तक उद्यान क्षेत्र में खाद्य सामग्री की अनुमति नहीं होगी।

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