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पीएम मोदी का लक्षद्वीप दौरा : समुद्र में लगाई डुबकी, स्नॉर्कलिंग का लुत्फ उठाया, शेयर किए यादगार लम्हे

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नई दिल्ली, 4 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार और बुधवार को तमिलनाडु, केरल और केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप के दौरे पर थे। इस दौरान लक्षद्वीप दौरे का उन्होंने वास्तविक आनंद उठाया और समुद्र तट पर सैर के अलावा समंदर में डुबकी भी लगाई।

 

 

पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर अपने लक्षद्वीप दौरे की दिलचस्प तस्वीरों के साथ एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें उन्होंने स्नॉर्कलिंग की भी कोशिश की। शेयर की गई तस्वीर और वीडियो में दो लाइफगार्ड स्नॉर्कलिंग में उनकी मदद कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘पिछले नौ वर्षों से हमने लक्षद्वीप की प्रगति को बढ़ाने के लिए काम किया है और हमारा संकल्प और मजबूत हुआ है।’

लक्षद्वीप की अपनी यात्रा के बारे में पीएम मोदी ने पोस्ट किया, ‘प्राकृतिक सुंदरता के अलावा, लक्षद्वीप की शांति मंत्रमुग्ध कर देने वाली है। इसने मुझे यह सोचने का मौका दिया कि 140 करोड़ भारतीयों के कल्याण के लिए और भी अधिक मेहनत कैसे की जाए।’

पीएम मोदी ने लिखा, ‘लक्षद्वीप सिर्फ द्वीपों का एक समूह नहीं है, यह परंपराओं की एक कालातीत विरासत है और इसके लोगों की भावना का एक प्रमाण है। मेरी यात्रा सीखने और बढ़ने की एक समृद्ध यात्रा रही है।’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जो लोग अपने अंदर के रोमांच को अपनाना चाहते हैं, उनके लिए लक्षद्वीप आपकी सूची में होना चाहिए। अपने प्रवास के दौरान, मैंने स्नॉर्कलिंग का भी प्रयास किया – यह कितना आनंददायक अनुभव था! और प्राचीन समुद्र तटों के साथ सुबह की सैर भी शुद्ध आनंद के क्षण थे।’

उन्होंने लिखा, ‘मुझे लक्षद्वीप के लोगों के बीच रहने का अवसर मिला। मैं अब भी इसके द्वीपों की अद्भुत सुंदरता और यहां के लोगों की अविश्वसनीय गर्मजोशी से आश्चर्यचकित हूं। मुझे अगत्ती, बंगाराम और कावारत्ती में लोगों से बातचीत करने का अवसर मिला। मैं द्वीप के लोगों को उनके आतिथ्य के लिए धन्यवाद देता हूं। यहां कुछ झलकियां दी गई हैं, जिनमें लक्षद्वीप की हवाई झलकियां भी शामिल हैं।’

पीएम मोदी ने कहा, ‘लक्षद्वीप में हमारा ध्यान उन्नत विकास के माध्यम से जीवन का उत्थान करना है। भविष्य के बुनियादी ढांचे के निर्माण के अलावा, यह बेहतर स्वास्थ्य देखभाल, तेज इंटरनेट और पीने के पानी के अवसर पैदा करने के साथ-साथ जीवंत स्थानीय संस्कृति का जश्न मनाने के बारे में भी है। जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया, वे इसी भावना को दर्शाते हैं।’

 

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