नई दिल्ली, 17 मार्च। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने कैबिनेट मंत्रियों से नई सरकार के पहले 100 दिन और अगले पांच वर्षों के लिए एक रूपरेखा तैयार करने को कहा है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीएम मोदी ने आज सुबह यहां केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंत्रियों से अपने-अपने मंत्रालयों के सचिवों और अन्य अधिकारियों से मुलाकात कर इस बारे में चर्चा करने के लिए कहा कि नई सरकार के पहले 100 दिन और अगले पांच साल के एजेंडे को बेहतर ढंग से कैसे लागू किया जा सकता है।
यह बैठक निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के एक दिन बाद हुई है। इसी क्रम में मंत्रिमंडल ने निर्वाचन आयोग की सिफारिश राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजकर सात चरणों के संसदीय चुनाव की तारीखों को अधिसूचित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी। पहले चरण के तहत 19 अप्रैल को 102 सीटों पर मतदान के लिए पहली अधिसूचना 20 मार्च को जारी की जाएगी। अधिसूचना जारी होने के साथ ही उस चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
गत 3 मार्च को विस्तृत कार्ययोजना पर किया गया था मंथन
उल्लेखनीय है कि गत तीन मार्च को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में ‘विकसित भारत : 2047’ के लिए दृष्टि पत्र और अगले पांच वर्ष के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना पर मंथन किया गया था।
उस बैठक में, मई में नई सरकार के गठन के बाद तुरंत उठाए जाने वाले कदमों के लिए 100 दिवसीय एजेंडे और उसके शीघ्र क्रियान्वयन के बारे में चर्चा की गई थी। सूत्रों ने तब कहा था कि ‘विकसित भारत’ के लिए ‘रोडमैप’ दो वर्ष से अधिक की गहन तैयारी का परिणाम है।
सूत्रों ने कहा था कि मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग संगठनों, नागरिक संस्थाओं, वैज्ञानिक संगठनों के साथ व्यापक परामर्श तथा युवाओं के सुझावों को समाहित करते हुए ‘सरकार का समग्र’ दृष्टिकोण शामिल है। इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा था, ‘विभिन्न स्तरों पर 2,700 से अधिक बैठकें, कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए गए। 20 लाख से अधिक युवाओं से सुझाव प्राप्त हुए।’