नई दिल्ली, 24 नवंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को उत्तर प्रदेश के जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की आधारशिला रखेंगे। संपर्क को बढ़ावा देने और विमानन क्षेत्र को भविष्य की आवश्यकताओं के आधार पर पीएम मोदी की परिकल्पना के अनुरूप इस हवाई अड्डे का विकास किया जा रहा है।
5 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों वाला देश का इकलौता राज्य बनेगा उत्तर प्रदेश
देखा जाए तो पीएम मोदी की परिकल्पना में उत्तर प्रदेश राज्य पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है और इसी के अनुरूप राज्य में कई हवाई अडडों का विकास किया जा रहा है। हाल में राज्य में कुशीनगर हवाई अड्डे और अयोध्या में निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय हवाई
जेवर में नया हवाई अड्डा, क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने, तेजी से औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे कई उद्यमों के लिए नए अवसर पैदा होंगे और नए रोजगार सृजित होंगे।
10 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जाएगा पहले चरण का विकास
हवाई अड्डे के पहले चरण का विकास 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जा रहा है। 1,300 हेक्टेयर से अधिक भूमि में फैले इस हवाई अड्डे के पहले चरण के पूरा होने के बाद, एक वर्ष में लगभग एक करोड़ 20 लाख यात्रियों के लिए हवाई सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
यह भारत का पहला नैट जीरो उत्सर्जन हवाई अड्डा होगा
यह उत्तर भारत का लॉजिस्टिक गेटवे होगा। इसमें एक ग्राउंड परिवहन केंद्र विकसित किया जाएगा, जिसमें एक मल्टीमॉडल ट्रांजिट हब, हाउसिंग मेट्रो, हाई-स्पीड रेल स्टेशन, टैक्सी, बस सेवाएं और निजी पार्किंग की सुविधा होगी। इससे हवाई अड्डे को सड़क, रेल और मेट्रो से जोड़ा जा सकेगा। यह भारत का पहला नैट जीरो उत्सर्जन हवाई अड्डा होगा।