नई दिल्ली, 19 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल व फलस्तीन चरमपंथी गुट हमास के बीच जारी युद्ध के बीच गुरुवार को फलस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की और गाजा अस्पताल में बमबारी से हुई नागरिकों की मौत पर संवेदना व्यक्त की और फलस्तीनी राष्ट्रपति को भरोसा दिलाया कि भारत की तरफ से फलस्तीन को मानवीय सहायता भेजी जाती रहेगी। इसके अलावा उन्होंने इजराइल-फलस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया।
पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, ‘फलस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महामहिम महमूद अब्बास से बात की। गाजा के अल अहली अस्पताल में नागरिकों की मौत पर अपनी संवेदना व्यक्त की। हम फलस्तीनी लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेंगे। क्षेत्र में आतंकवाद, हिंसा और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर अपनी गहरी चिंता साझा की। इजराइल-फलस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया।’
Spoke to the President of the Palestinian Authority H.E. Mahmoud Abbas. Conveyed my condolences at the loss of civilian lives at the Al Ahli Hospital in Gaza. We will continue to send humanitarian assistance for the Palestinian people. Shared our deep concern at the terrorism,…
— Narendra Modi (@narendramodi) October 19, 2023
गौरतलब है कि गत सात अक्टूबर को आतंकवादी समूह द्वारा एक आश्चर्यजनक हमला शुरू करने के बाद इजराइल और हमास के बीच संघर्ष लगातार बढ़ रहा है। जवाब में, इजराइल ने हमास पर युद्ध की घोषणा की और गाजा पट्टी में हमास के कार्यकर्ताओं और उसके ठिकानों को निशाना बनाते हुए जवाबी हवाई हमले शुरू किए।
इस बीच, गाजा के एक अस्पताल में विस्फोट की, जिसमें लगभग 500 नागरिक मारे गए, विश्व नेताओं ने कड़ी निंदा की। हमास ने जहां आरोप लगाया कि इजराइली हवाई हमले के कारण यह दुखद विस्फोट हुआ, वहीं इजराइली सेना ने इस घटना में अपना हाथ होने से इनकार किया। गाजा अस्पताल पर हमले में जानमाल की दुखद हानि पर दुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा था, ‘वर्तमान संघर्ष में नागरिकों का हताहत होना गंभीर और निरंतर चिंता का विषय है। इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।’