भोपाल, 11 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत वर्ष 2014 से सुधार, परिवर्तन और प्रदर्शन के पथ पर उत्तरोत्तर अग्रसर है। उन्होंने बुधवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन करने के बाद यह बात कही।
‘मध्यप्रदेश : भविष्य के लिए तैयार राज्य’ विषय पर आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘मध्य प्रदेश में ये समिट ऐसे समय में हो रही है, जब भारत की आजादी का अमृत काल शुरू हो चुका है, हम सभी मिलकर विकसित भारत के निर्माण के लिए जुटे हुए हैं।’
विकसित भारत निर्माण में मध्य प्रदेश की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण
पीएम मोदी ने कहा, ‘विकसित भारत निर्माण में मध्य प्रदेश की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। आस्था-अध्यात्म से लेकर पर्यटन तक, कृषि से लेकर शिक्षा और स्किल विकास तक मध्य प्रदेश अजब, गजब और सजग भी है। यह भारत के मजबूत मैक्रोइकॉनॉमिक फंडामेंटल के कारण है।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘OECD ने कहा है कि भारत इस साल G20 समूहों में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा। मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, भारत अगले 4-5 वर्षों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है।’
भारत के हर गांव में पहुंच रहा है ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क
मिशन ग्रीन हाइड्रोजन और गांव-गांव में फैलाए जा रहे ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क के बारे में पीएम मोदी ने कहा, ‘हमने हाल ही में मिशन ग्रीन हाइड्रोजन को मंजूरी दी है। इसमें 8 लाख करोड़ रुपये के बजट के साथ विकास की संभावनाएं हैं। यह न केवल भारत की बल्कि विश्व की भी जरूरतों और मांगों को पूरा करेगा।’
5G नेटवर्क पर पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत गांव-गांव तक ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क पहुंचा रहा है। वहां तेजी से 5G नेटवर्क का विस्तार हो रहा है। 5G से हर इंडस्ट्री और कंज्यूमर के लिए इंटरनेट ऑफ थिंग्स से लेकर एआई तक जो भी नए अवसर बन रहे हैं वो भारत में विकास की गति को और तेज करेंगे।’
भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान के रूप में देखता है आईएमएफ
पीएम मोदी ने यह भी कहा, ‘बीते 8 वर्षों में हमने रिफॉर्म की स्पीड और स्केल को लगातार बढ़ाया है। आज का नया भारत अपने प्राइवेट सेक्टर के ताकत पर भी उतना ही भरोसा करता हुआ आगे बढ़ा रहा है। हमने निजी क्षेत्र के लिए रक्षा, खनन और अंतरिक्ष जैसे कई रणनीतिक क्षेत्र खोले हैं। आईएमएफ भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान के रूप में देखता है। विश्व बैंक का कहना है कि भारत कई अन्य देशों की तुलना में वैश्विक विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए बेहतर स्थिति में है।’
इस सम्मेलन में 65 से अधिक प्रतिनिधिमंडल भाग ले रहे हैं। इनमें 20 से अधिक राजदूत, उच्चायुक्त, वाणिज्य दूतावास के अफसर और राजनयिकों भी शामिल हैं। इसके साथ ही समिट में कुमार मंगलम बिड़ला, नोएल टाटा, नादिर गोदरेज, पुनीत डालमिया और अजय पीरामल सहित देश के कुछ बड़े कारोबारी शामिल होंगे।