नई दिल्ली, 20 मई। कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए किए जा रहे उपायों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को विभिन्न जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक में कहा कि यह संक्रमण लगातार अपना रूप बदलता है, लिहाजा इससे निबटने के लिए रणनीति भी बदलनी होगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक ट्वीट में पीएम मोदी ने बैठक में कहा, ‘पिछली महामारियां हों या फिर ये समय, हर महामारी ने हमें एक बात सिखाई है। महामारी से डील करने के हमारे तौर-तरीकों में निरंतर बदलाव, निरंतर innovation बहुत जरूरी है। ये वायरस mutation में, स्वरूप बदलने में माहिर है, तो हमारे तरीके और strategies भी dynamic होने चाहिए।’
- बैठक में उद्धव और ममता की भी उपस्थिति रही
गौरतलब है कि पीएम मोदी देश के अलग-अलग जिलों के जिलाधिकारियों से संवाद कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने आज कुल 10 राज्यों के 54 जिलाधिकारियों से सीधा संवाद किया।
इस बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी उपस्थिति रही. यह पहला मौका था, जब बंगाल चुनाव में जीत के बाद ममता बनर्जी पीएम मोदी के साथ किसी कार्यक्रम में शामिल हुईं।
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में जिलाधिकारियों से कहा कि अपने जिले की हर छोटी दिक्कत को संवेदनशीलता के साथ लोगों की समस्या का समाधान करना होगा। महामारी के दौर में जन-जन तक पहुंचकर अपने काम को बड़े पैमाने पर करना है। जो अधिकारी अपने जिले के स्तर पर नए तरीके अपना रहे हैं, उन्हें अपने अनुभवों को साझा करना चाहिए।
- अधिकारी स्थानीय स्तर पर गांवों में संवाद करेंगे तो लोगों में विश्वास पैदा होगा
पीएम मोदी ने कहा, ‘बीते कुछ समय से देश में एक्टिव केस कम होना शुरू हुए हैं, लेकिन आपने इन डेढ़ सालों में ये अनुभव किया है कि जब तक ये संक्रमण माइनर स्केल पर भी मौजूद है, तब तक चुनौती बनी रहती है। अगर अधिकारी स्थानीय स्तर पर गांवों में संवाद करेंगे तो लोगों में विश्वास पैदा होगा।’
उन्होंने कहा कि एक्टिव केस की संख्या कम होने के बाद भी टेस्टिंग और अन्य गाइडलाइंस का पालन करना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि अब वैक्सीन सप्लाई की जानकारी एडवांस मिल रही है, इससे टीकाकरण अभियान में कुछ आसानी होगी।