अहमदाबाद, 27 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि खादी के जिस धागे ने आजादी के आंदोलन की ताकत बनकर गुलामी की जंजीरें तोड़ दी थी, वही धागा विकसित भारत के प्रण को पूरा करने और आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा करने का प्रेरणास्रोत बनेगा।
साबरमती नदी पर निर्मित अटल ब्रिज राष्ट्र को किया समर्पित
गृहराज्य गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर आए पीएम मोदी ने यहां आयोजित खादी उत्सव में भागीदारी के दौरान आयोजित समारोह में ये बातें कहीं। समारोह में भागीदारी के बाद उन्होंने साबरमती नदी पर निर्मित बेहद खूबसूरत अटल पुल (Atal Bridge) राष्ट्र को समर्पित किया। इस पुल का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया है। पीएम मोदी गुजरात प्रवास के दौरान कई महत्त्वपूर्ण योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘इतिहास साक्षी है कि खादी का एक धागा आजादी के आंदोलन की ताकत बन गया, उसने गुलामी की जंजीरों को तोड़ दिया। खादी का वही धागा विकसित भारत के प्रण को पूरा करने का, आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने का प्रेरणास्रोत बन सकता है।’
‘राष्ट्रीय स्वाभिमान खादी को आजादी के बाद हीन भावना से भर दिया गया‘
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के आंदोलन के समय जिस खादी को गांधी जी ने देश का स्वाभिमान बनाया, उसी खादी को आजादी के बाद हीन भावना से भर दिया गया। इस वजह से खादी और खादी से जुड़ा ग्रामोद्योग पूरी तरह तबाह हो गया। खादी की ये स्थिति विशेष रूप से गुजरात के लिए बहुत ही पीड़ादायक थी।
‘खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन में खादी फॉर ट्रांसफॉर्मेशन का संकल्प जोड़ा’
पीएम मोदी ने कहा, ‘हमने खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन में खादी फॉर ट्रांसफॉर्मेशन का संकल्प जोड़ा। हमने गुजरात की सफलता के अनुभवों का देशभर में विस्तार करना शुरू किया। देशभर में खादी से जुड़ी जो समस्याएं थीं, उनको दूर किया। हमने देशवासियों को खादी के उत्पादों को खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया।’
खादी उद्योग की बढ़ती ताकत के पीछे भी महिला शक्ति का बहुत बड़ा योगदान
उन्होंने कहा, ‘भारत के खादी उद्योग की बढ़ती ताकत के पीछे भी महिला शक्ति का बहुत बड़ा योगदान है। उद्यमिता की भावना हमारी बहनों-बेटियों में कूट-कूट कर भरी है। इसका प्रमाण गुजरात में सखी मंडलों का विस्तार भी है। खादी sustainable clothing का उदाहरण है। खादी eco-friendly clothing का उदाहरण है। खादी से carbon footprint कम से कम होता है।’
खादी के लिए ‘वोकल फॉर लोकल‘ अभियान को गति देने पर बल
पीएम मोदी ने कहा, ‘बहुत सारे देश हैं, जहां तापमान ज्यादा रहता है, वहां खादी स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बहुत अहम है। इसलिए खादी वैश्विक स्तर पर बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है। मैं देशभर के लोगों से एक अपील भी करना चाहता हूं। आने वाले त्योहारों में इस बार खादी ग्रामोद्योग में बना उत्पाद ही उपहार में दें। आपके पास अलग-अलग तरह के फैब्रिक से बने कपड़े हो सकते हैं। लेकिन उसमें आप खादी को भी जगह देंगे तो वोकल फॉर लोकल अभियान को गति मिलेगी।
अटल ब्रिज का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह साबरमती नदी के दो किनारों को ही आपस में नहीं जोड़ रहा बल्कि डिजाइन और इनोवेशन में भी अभूतपूर्व है। इसका डिजाइन तैयार करने में गुजरात के मशहूर पतंग महोत्सव का भी ध्यान रखा गया है।
Doesn’t the Atal Bridge look spectacular! pic.twitter.com/6ERwO2N9Wv
— Narendra Modi (@narendramodi) August 26, 2022
अटल ब्रिज की खासियत
साबरमती रिवर फ्रंट पर बना अटल पुल लगभग 300 मीटर लंबा और 14 मीटर चौड़ा है। इसे तकरीबन 74 करोड़ 29 लाख रुपये की लागत से बनाया गया है। यह पुल रिवरफ्रंट के पश्चिमी छोर पर फूलों के बाग और पूर्वी छोर पर बन रहे कला और संस्कृति केंद्र को आपस में जोड़ता है। इसका इस्तेमाल पैदल यात्रियों के साथ ही साइकिल चालक भी नदी पार करने के लिए कर सकते हैं। माना जा रहा है कि अटल ब्रिज अहमदाबाद के लिए एक शानदार टूरिस्ट स्पॉट बनेगा। एलईडी रोशनी से सजाए गए इस पुल का डिजाइन काफी आकर्षक है।