नई दिल्ली, 30 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि केंद्र ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में बदलाव के लिए एक राष्ट्रीय दृष्टिकोण अपनाया है और नई स्वास्थ्य नीति पर काम किया है। इस क्रम में लोगों के कल्याण और स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वच्छ भारत अभियान, आयुष्मान भारत योजना और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन जैसे कई कदम उठाए गए हैं।
जयपुर में केंद्रीय पेट्रो रसायन प्रौद्योगिकी संस्थान का उद्घाटन
पीएम मोदी ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जयपुर में केंद्रीय पेट्रो-रसायन इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट) का उद्घाटन करते हुए अपने संबोधन में कहा कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, ऐसे में उच्च स्तर के कौशल से न केवल देश मजबूत होगा, बल्कि आत्मनिर्भर बनाने के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
Ensuring a better future for the people of Rajasthan. Watch. https://t.co/hAqaDRBMbm
— Narendra Modi (@narendramodi) September 30, 2021
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस नए पेट्रो रसायन प्रौद्योगिकी संस्थान से लाखों नौजवान जुडेंगे और उनके लिए नई संभावनाएं बनेंगी। उन्होंने कहा कि पेट्रो रसायन जैसे उद्योगों की संख्या तेजी से बढ रही है, इसी के मद्देनजर कुशल मानव शक्ति का होना समय की मांग है।
राजस्थान में 4 चिकित्सा महाविद्यालयों की आधारशिला भी रखी
पीएम मोदी ने इसी कार्यक्रम के दौरान राजस्थान के बांसवाड़ा, सिरोही, हनुमानगढ़ और दौसा जिले में चार चिकित्सा महाविद्यालयों की आधारशिला भी रखी। इस अवसर पर उन्होंने देशभर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) अस्पताल खोले जाने की जरूरत पर बल दिया।
देश में एम्स की संख्या छह से बढ़कर 22 से अधिक
उन्होंने कहा कि इस समय देश में एम्स की संख्या छह से बढ़कर 22 से अधिक हो गई है। पिछले छह-सात वर्षों में सरकार ने स्वास्थ्य के आधारभूत ढांचे को सुदृढ बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। 170 नए चिकित्सा महाविद्यालय खोले गए हैं और एक सौ नए महाविद्यालय स्थापित करने पर काम चल रहा है। स्नातक और स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा की सीटें बढ़ाकर 58 हजार कर दी गई हैं।