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सिंगापुर में शीर्ष उद्योगपतियों से बोले पीएम मोदी – ‘स्किल डेवलेपमेंट के लिए भारत आएं, काशी में करें निवेश’

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सिंगापुर, 5 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर के शीर्ष उद्योगपतियों से भारत में उद्यम लगाने और विभिन्न उपक्रमों के विकास में निवेश करने की अपील की है। ब्रुनेई व सिंगापुर की दो दिवसीय यात्रा के बाद गुरुवार की शाम स्वदेश लौटने से पहले पीएम मोदी ने सिंगापुर की शीर्ष कम्पनियों के CEOs से मुलाकात में ये बातें कहीं।

दुनिया का सबसे बड़ा एविएशन सेक्टर भारत में है

पीएम मोदी ने उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘यह मेरा तीसरा कार्यकाल है। जो लोग भारत से परिचित हैं, उन्हें पता होगा कि 60 वर्षों बाद किसी सरकार को तीसरी बार जनादेश मिला है। इसके पीछे का कारण मेरी सरकार की नीतियों में लोगों का विश्वास है। यदि दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला कोई एविएशन सेक्टर है, तो वह भारत में है। एमआरओ होना हमारी प्राथमिकता है। आपको (व्यवसायों को) एयरपोर्ट्स के विकास में निवेश करने के लिए भारत आना चाहिए।’

‘हम सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में आक्रामक रूप से आगे बढ़ रहे

उन्होंने कहा, ‘हम पूर्वानुमानित और प्रगतिशील नीतियों के साथ आगे बढ़ रहे हैं। भारत में राजनीतिक स्थिरता है। हम सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में आक्रामक रूप से आगे बढ़ रहे हैं। हम इस क्षेत्र में एक संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र बनाने जा रहे हैं। भारत में टियर 2 और टियर 3 शहरों में स्टार्टअप बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। मैंने देखा कि जो एक विषय प्रमुख रूप से नजर आ रहा है, वह skill development का है। भारत में हम इंडस्ट्री 4.0 को ध्यान में रखते हुए और सेमीकंडक्टर के क्षेत्र को देखते हुए skill development पर बहुत बल दे रहे हैं। आप भारत आइए, काशी में निवेश करें।’

प्रधानमंत्री ने कारोबारियों से कहा, ‘भारत की आवश्यकताओं के साथ स्किल डेवलपमेंट का संबंध एक ग्लोबल जॉब मार्केट से भी जुड़ा हुआ है। यदि आपकी कम्पनियां ग्लोबली क्या चल रहा है, उसका सर्वे करें और ग्लोबल डिमांड का Analysis करें और उसके अनुसार भारत में स्किल डेवलपमेंट के लिए आएं तो ग्लोबल जॉब मार्केट को बड़ी आसानी से एड्रेस कर सकते हैं। हमने पूरी दुनिया को एक वादा किया है। हम ग्लोबल वार्मिंग को एक चुनौती मानते हैं। हम सिर्फ अपनी संवेदना व्यक्त कर अटकने वाले लोग नहीं हैं, हम समाधान देने वाले लोग हैं।’

‘हमने 500 गीगावाट का लक्ष्य रखा है और 2030 तक हमें ये करना है

पीएम ने कहा, ‘हमने 500 गीगावाट का लक्ष्य रखा है और 2030 तक हमें ये करना है। इसमें मैं न्यूक्लियर, हाइड्रो, सोलर और विंड पर जाना चाहता हूं। इसी प्रकार हमने बॉयो फ्यूल की पॉलिसी बनाई है। भारत इसको लीड करना चाहता है। ऊर्जा से जुड़े हुए ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां Green Jobs की पूरी संभावना है, हम इसमें पहल कर रहे हैं। मैं आपसे आग्रह करता हूं, आप भी आइए।’

‘फिनटेक की दुनिया में ग्लोबल लीडर बनना है तो भारत को केंद्र बिंदु बनाएं

उन्होंने कहा, ‘भारत के पास टैलेंट है और उसका लाभ दुनिया को मिलेगा। आज फिनटेक की दुनिया में हमारा UPI, दुनिया में जितना रियल टाइम ट्रांजेक्शन होता है, उसका 50 प्रतिशत अकेले भारत में होता है। फिनटेक की दुनिया में यदि ग्लोबल लीडर बनना है तो भारत को केंद्र बिंदु बनाकर बड़ी आसानी से आप फिनटेक की दुनिया में आगे आ सकते हैं।’

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