वाराणसी, 26 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अगले चार-पांच वर्षों में गांवों से ब्लॉक, जिले से क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर तक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य नेटवर्क को मजबूत करने के लिए ही प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत बुनियादी ढांचा मिशन की शुरुआत की जा रही है। अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 64,180 करोड़ रुपये की इस महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही।
पीएम मोदी ने कहा कि इस मिशन के तहत उनकी सरकार अग्रणी रूप से देश के कोने-कोने में इलाज और क्रिटिकल केयर यूनिट का नेटवर्क तैयार करेगी। यह मिशन भविष्य में महामारियों के खतरे से निबटने के लिए एक प्रणाली स्थापित करेगा और इसके तहत महामारियों का अध्ययन करने के लिए मौजूदा शोध संस्थानों का विस्तार किया जाएगा।
पिछली सरकारों ने देश की स्वास्थ्य प्रणाली को सुविधाओं से वंचित रखा
विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने खेद व्यक्त किया कि जिनकी सरकारें लम्बे समय तक देश में रहीं, उन्होंने देश की स्वास्थ्य प्रणाली के सर्वांगीण विकास के बजाय इसे सुविधाओं से वंचित रखा।
गांवों और शहरों में खोले जाएंगे स्वास्थ्य व अरोग्य केंद्र
देश के 730 जिलों को एकीकृत जन-स्वास्थ्य प्रयोगशाला से जोड़ा जाएगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के 730 जिलों को एकीकृत जन-स्वास्थ्य प्रयोगशाला और तीन हजार प्रखंडों में प्रखंड स्तर पर जन-स्वास्थ्य इकाइयां खोली जाएंगी। इसके अलावा पांच क्षेत्रीय राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्रों, 20 महानगर इकाईयों तथा 15 बीएसएल प्रयोगशालाओं से इस नेटवर्क को और मजबूती मिलेगी।
संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 5,189 करोड़ की 28 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण
पीएम मोदी ने इस दौरान अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लिए 5,189 करोड़ से अधिक की लागत वाली 28 विकास परियोजनाओं और कार्यों को भी समर्पित किया। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा केंद्रीय और स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया भी उपस्थित थे।