नई दिल्ली, 12 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत की ओर विश्व बड़ी उम्मीद और विश्वास से देख रहा है क्योंकि उसके लोग और विचार युवा हैं। इसके साथ ही भारत की क्षमता और सपने भी युवा हैं। स्वामी विवेकानंद की 159वीं जयंती के अवसर पर बुधवार को पुद्दुचेरी में 25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का वीडिया कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में पीएम मोदी ने ये बातें कहीं।
भारत आज जो कह रहा, विश्व उसे कल की आवाज मानता है
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के युवाओं का लोकतांत्रिक लाभांश अतुलनीय है क्योंकि भारत के युवाओं का जनांकिक लाभांश उसके लोकतांत्रिक मूल्य हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यदि भारत के युवाओं के पास प्रौद्योगिकी का आकर्षण है तो वे लोकतंत्र के प्रति सजग भी हैं। आज के युवाओं के पास यदि कठिन काम करने की क्षमता है तो उनका भविष्य भी स्पष्ट है। इसीलिए आज भारत जो कह रहा है, विश्व उसे कल की आवाज मानता है।
युवाओं की क्षमता पुराने विचारों पर बोझ नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आजादी के समय युवा पीढ़ी ने देश के लिए बलिदान करने में एक मिनट का भी समय नहीं लिया, लेकिन आज के युवाओं को देश के लिए जीवित रहना है और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा करना है। युवाओं की क्षमता पुराने विचारों पर बोझ नहीं है। वे इससे निबटने के तरीके जानते हैं। युवा समाज और स्वयं को नई चुनौतियों, नई मांगों के अनुसार तैयार कर सकता है और नए समाज का सृजन कर सकता है। आज के युवाओं के पास कर सकने की भावना है जोकि प्रत्येक पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
भारत की पुरातनता में ही आधुनिकता है
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की विचारधारा और दर्शन ने सदैव बदलाव को स्वीकार किया है और उसकी पुरातनता में ही आधुनिकता है। उन्होंने कहा, ‘हमारे देश के युवा हमेशा ही जरूरत पड़ने पर आगे आए हैं। जब राष्ट्रीय चेतना विभाजित हो जाती है तो शंकर जैसे युवा आगे आते हैं और आदिशंकराचार्य के रूप में देश की एकता के ताने-बाने को जोड़ते हैं।’
उन्होंने कहा, अत्याचार के समय में गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादे जैसे युवाओं के बलिदान ने हमें आज भी प्रेरित किया है। जब भारत को अपनी आजादी के लिए बलिदान की जरूरत पड़ती है तो भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और नेताजी सुभाष जैसे युवा क्रांतिकारी देश के लिए अपना जीवन समर्पित करने के लिए आगे आते हैं। जब भी देश को आध्यामिक पुनरुद्धार की आवश्यकता होती है तो अरविंदो और सुब्रह्मण्यम भारती जैसे ऋषि आगे आते हैं।’
स्वामी विवेकानंद को, जिनकी जयंती हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाई जाती है, नमन करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के वर्ष में जन्म जयंती बहुत ही प्रेरणास्पद है। उन्होंने कहा कि युवा महोत्सव का महत्व इस बात से और बढ़ गया है कि श्री अरविंदो की 150वीं जयंती और महाकवि सुब्रह्मण्यम भारती की 100वीं पुण्यतिथि इसी अवधि में पड़ रही है। इन दोनों ऋषियों का पुद्दुचेरी के साथ विशेष संबंध है और दोनों एक-दूसरे की साहित्यिक तथा आध्यात्मिक यात्रा के सहयोगी रहे हैं।
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इससे पहले, केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने और बाद में पुद्दुचेरी के मुख्यमंत्री रंगास्वामी ने जन समुदाय को संबोधित किया। उप राज्यपाल डॉ. तमिलइसई सौंदरराजन, सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यमिता राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा और पुद्दुचेरी के उद्योग मंत्री नमासिवयम ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया।