नई दिल्ली, 30 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कोविड-19 की दूसरी लहर से जारी लड़ाई में देश के कोरोना योद्धाओं के योगदान की सराहना की तो संक्रमण से बचाव के लिए आमजन से मास्क लगाने और वैक्सीन लगवाने की अपील की। उन्होंने इस दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासनकाल के सात वर्षों के दौरान अर्जित उपलब्धियों का भी जिक्र करते हुए कहा कि भारत अब दूसरे के इशारों पर नहीं चलता और अपने खिलाफ साजिश रचने वालों को मुंहतोड़ जवाब देता है।
मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 77वें और इस वर्ष के 24वें संस्करण को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “मुझे कई लोगों ने पत्र लिखा कि मैं ‘मन की बात’ में हमारी सरकार के सात साल पूरे होने पर भी चर्चा करूं। संयोग से आज (30 मई) सरकार के सात साल पूरे होने का भी समय है। इन वर्षों में देश ‘सबका-साथ, सबका-विकास, सबका-विश्वास’ के मंत्र पर चला है। देश की सेवा में हर क्षण समर्पित भाव से हम सभी ने काम किया है। इन सात वर्षों में जो कुछ भी उपलब्धि रही है, वो देश की रही है, देशवासियों की रही है। कितने ही राष्ट्रीय गौरव के क्षण हमने इन वर्षों में साथ मिलकर अनुभव किए हैं।”
पीएम मोदी ने कहा, ‘जब हम ये देखते हैं कि अब भारत दूसरे देशों की सोच और उनके दबाव में नहीं, अपने संकल्प से चलता है, तो हम सबको गर्व होता है। जब हम देखते हैं कि अब भारत अपने खिलाफ साजिश करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देता है तो हमारा आत्मविश्वास और बढ़ता है। जब भारत राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर समझौता नहीं करता, जब हमारी सेनाओं की ताकत बढ़ती है तो हमें लगता है कि हां, हम सही रास्ते पर हैं।’
जो काम दशकों में नहीं हो पाए, वो सात सालों में हो गया
उन्होंने कहा, ‘बीते सात वर्षों में कई ऐसे काम हुए हैं, जिससे करोड़ों लोगों को खुशी हुई है। मैं इन करोड़ों लोगों की खुशियों में शामिल रहा हूं। देश को आगे बढ़ाने में हर नागरिक ने एक एक कदम आगे बढ़ाया है। पूर्वोत्तर से लेकर कश्मीर तक कई मसले शांति से सुलझाए गए हैं। अब यहां विकास की नई धारा बह रही है। ऐसा इसलिए संभव हो पाया है कि हमने इस दौरान देश के तौर पर कार्य किया है। जो काम दशकों में नहीं हो पाए, वो सात सालों में हो गया।’
दो तूफानों में मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की
प्रधानमंत्री ने बीते 20 दिनों के अंदर आए दो चक्रवाती तूफानों ‘ताउते’ और ‘यास’ के चलते मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की और कहा कि लोगों ने मजबूती से इस संकट से लड़ाई लड़ी है। उन्होंने तूफान के दौरान राहत और बचाव कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने वालों की खुलकर सराहना की।
कोरोना से लड़ाई का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘संकट की इस घड़ी में डॉक्टरों-नर्सों ने अपनी चिंता छोड़कर लोगों की मदद की है। उन्होंने इस दौरान ऑक्सीजन टैंकर की सप्लाई में जुटी जल, थल व वायु सेना की तारीफ की और कहा कि सेना के जवान जो कर रहे हैं, वो रूटीन का काम नहीं है। यह आपदा 100 साल बाद आई है। मैं उन्हें सलाम करता हूं।’
दो गज की दूरी, मास्क और वैक्सीन ही जीत का रास्ता
पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम के दौरान जौनपुर के दिनेश उपाध्याय, जो ऑक्सीजन टैंकर चलाते हैं, ऑक्सीजन एक्सप्रेस की लोकोपायलट शिरीषा, वायु सेना के ग्रुप कैप्टन ए.के. पटनायक और दिल्ली के एक लैब टेक्नीशियन प्रकाश कांडपाल से उनके अनुभवों को लेकर बातचीत की और उन सब के कार्यों की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के अंत में आमजन से मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘देश को इसी तरह आगे बढ़ाते रहें। दो गज की दूरी, मास्क और वैक्सीन ही जीत का रास्ता है।’