नई दिल्ली, 27 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से भारत की आत्मनिर्भरता का उत्सव मनाने का आह्वान करते हुए रविवार को कहा कि देश की सफलता को देखकर हर कोई अचंभित है। रेडियो पर अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 115वीं कड़ी में राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने एक बार सफलता का मंत्र दिया था। उनका मंत्र था- ‘कोई एक विचार लीजिए, उस एक विचार को अपनी जिंदगी बनाइए, उसे सोचिए, उसका सपना देखिए, उसे जीना शुरू करिए। आज, आत्मनिर्भर भारत अभियान भी सफलता के इसी मंत्र पर चल रहा है । ये अभियान हमारी सामूहिक चेतना का हिस्सा बन गया है।’
पीएम मोदी ने कहा, “आत्मनिर्भरता हमारी नीति ही नहीं, हमारा जुनून बन गया है। बहुत साल नहीं हुए, सिर्फ 10 साल पहले की बात है, तब अगर कोई कहता था कि किसी जटिल प्रौद्योगिकी को भारत में विकसित करना है तो कई लोगों को विश्वास नहीं होता था, तो कई उपहास उड़ाते थे – लेकिन आज वही लोग, देश की सफलता को देखकर अचंभे में रहते हैं ।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आत्मनिर्भर हो रहा है। मोबाइल फ़ोन आयात करने वाला भारत, आज, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है। कभी दुनिया में सबसे ज्यादा रक्षा साजों सामान खरीदने वाला भारत, आज, 85 देशों को निर्यात भी कर रहा है। अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भारत, आज, चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर पहुँचने वाला पहला देश बना है। आत्मनिर्भरता का ये अभियान, अब सिर्फ सरकारी अभियान नहीं है, अब आत्मनिर्भर भारत अभियान, एक जन अभियान बन रहा है – हर क्षेत्र में उपलब्धियाँ हासिल की जा रही हैं।
पीएम मोदी ने लद्दाख के हानले में एशिया की सबसे बड़ी इमेजिंग टेलीस्कोप का उल्लेख करते हुए कहा कि यह 4300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है । यह भारत में निर्मित है। उन्होंने कहा, “हानले का टेलीस्कोप भले ही दूर की दुनिया देख रहा हो, लेकिन ये हमें एक चीज और भी दिखा रहा है और ये चीज है – आत्मनिर्भर भारत का सामर्थ्य।”
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर होते भारत के ज्यादा-से-ज्यादा उदाहरण, ऐसे प्रयासों को साझा किया जाना चाहिए। आत्मनिर्भर भारत का उत्सव मनाया जाना चाहिए । त्योहारों के मौसम में आत्मनिर्भर भारत के अभियान को और मजबूत करने का आग्रह करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया अब मेक फाॅर वर्ल्ड’ बन गया है । उन्होंने कहा, “ हमें न सिर्फ भारत को आत्मनिर्भर बनाना है, बल्कि, अपने देश को नवाचार के वैश्विक शक्ति केंद्र के रूप में मजबूत भी करना है।”