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पीएम मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में बोले – भारत अगले वर्ष कोविड वैक्सीन की 5 अरब डोज बनाने को तैयार

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रोम, 31 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड महामारी की रोकथाम में भारत के योगदान और ‘एक धरती, एक स्‍वास्‍थ्‍य’ की परिकल्‍पना पर बल दिया है। रोम में शनिवार से प्रारंभ जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले सत्र में उन्होंने कहा कि भारत अगले वर्ष के अंत तक पांच अरब से अधिक कोविड टीके की खुराक बनाने को तैयार है।

पीएम मोदी ने स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल, आसान वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और मानव सशक्तिकरण के लिए समान रूप से प्रौद्योगिकी उपलब्‍ध कराने के बारे में चर्चा की।

यह महत्‍वपूर्ण है कि वैश्विक हित के लिए सभी राष्‍ट्र एकजुट होकर काम करें

बाद में कई ट्वीट संदेशों में प्रधानमंत्री ने शिखर सम्‍मेलन की पहले दि की कार्यवाही को व्‍यापक और रचनात्‍मक बताया। उन्‍होंने कहा कि यह महत्‍वपूर्ण है कि वैश्विक हित के लिए सभी राष्‍ट्र एकजुट होकर काम करें। शिखर सम्‍मेलन का पहले दिन का सत्र वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था और वैश्विक स्‍वास्‍थ्‍य पर केंद्रित था।

आर्थिक बहाली और आपूर्ति श्रृंखला में भारत को साझीदार बनाने की अपील

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 देशों से आर्थिक बहाली और आपूर्ति श्रृंखला की विविधता में भारत को साझीदार बनाने की अपील की। रविवार को जी-20 शिखर सम्‍मेलन का दूसरा और समापन दिवस है।

कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात भी की

जी-20 शिखर सम्‍मेलन से अलग पीएम मोदी ने अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, कनाडा और जर्मनी के राष्‍ट्राध्‍यक्षों से मुलाकात की। वह संयुक्‍त राष्‍ट्र (यूएन) महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और विश्‍व स्‍वास्‍थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अधनॉम गेब्रेयेसस सहित कई विश्‍वभर के कई नेताओं से भी मिले।

फ्रांस और सिंगापुर के राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें

पीएम मोदी और फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के बीच द्विपक्षीय बैठक में दोनों नेताओं ने व्‍यापक रणनीतिक साझेदारी पर संतोष व्‍यक्‍त किया। प्रधानमंत्री ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली-सियेन लूंग के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की।

ली-सियेन लूंग के साथ बैठक में व्‍यापार, और संस्‍कृति के अलावा जलवायु परिवर्तन से निबटने के वैश्विक उपायों और संयुक्‍त राष्‍ट्र जलवायु संधि में शामिल देशों के आगामी सम्‍मेलन पर विचार-विमर्श हुआ। कोविड महामारी की रोकथाम के लिए टीकाकरण तेज करने और जरूरी दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर भी बातचीत हुई।

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