रोम, 31 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड महामारी की रोकथाम में भारत के योगदान और ‘एक धरती, एक स्वास्थ्य’ की परिकल्पना पर बल दिया है। रोम में शनिवार से प्रारंभ जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले सत्र में उन्होंने कहा कि भारत अगले वर्ष के अंत तक पांच अरब से अधिक कोविड टीके की खुराक बनाने को तैयार है।
पीएम मोदी ने स्वास्थ्य देखभाल, आसान वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और मानव सशक्तिकरण के लिए समान रूप से प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराने के बारे में चर्चा की।
Today’s proceedings at the @g20org were extensive and productive. I took part in the various sessions, participated in bilateral meetings and also met several leaders on the sidelines of the summit deliberations. It is important nations work together to further global good. pic.twitter.com/Ww2bkEjpyR
— Narendra Modi (@narendramodi) October 30, 2021
यह महत्वपूर्ण है कि वैश्विक हित के लिए सभी राष्ट्र एकजुट होकर काम करें
बाद में कई ट्वीट संदेशों में प्रधानमंत्री ने शिखर सम्मेलन की पहले दि की कार्यवाही को व्यापक और रचनात्मक बताया। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि वैश्विक हित के लिए सभी राष्ट्र एकजुट होकर काम करें। शिखर सम्मेलन का पहले दिन का सत्र वैश्विक अर्थव्यवस्था और वैश्विक स्वास्थ्य पर केंद्रित था।
As we are looking forward to Day 3 of PM @narendramodi’s engagements in Rome, here is a quick glimpse of the highlights from yesterday ⬇️ pic.twitter.com/IFEjD9Rqeu
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) October 31, 2021
आर्थिक बहाली और आपूर्ति श्रृंखला में भारत को साझीदार बनाने की अपील
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 देशों से आर्थिक बहाली और आपूर्ति श्रृंखला की विविधता में भारत को साझीदार बनाने की अपील की। रविवार को जी-20 शिखर सम्मेलन का दूसरा और समापन दिवस है।
कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात भी की
फ्रांस और सिंगापुर के राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें
ली-सियेन लूंग के साथ बैठक में व्यापार, और संस्कृति के अलावा जलवायु परिवर्तन से निबटने के वैश्विक उपायों और संयुक्त राष्ट्र जलवायु संधि में शामिल देशों के आगामी सम्मेलन पर विचार-विमर्श हुआ। कोविड महामारी की रोकथाम के लिए टीकाकरण तेज करने और जरूरी दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर भी बातचीत हुई।