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रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ बैठक में बोले पीएम मोदी – भावी पीढ़ी के भविष्य के लिए शांति बहुत जरूरी

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मॉस्को, 9 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय रूस दौरे के अंतिम दिन मंगलवार को क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने वैश्विक आतंकवाद पर चिंता जाहिर की और कहा कि भावी पीढ़ी के भविष्य के लिए शांति बहुत जरूरी है।

राष्ट्रपति पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता में पीएम मोदी ने कहा, ‘पिछले ढाई दशकों से मेरा रूस के साथ-साथ आपके साथ भी संबंध रहा है। करीब 10 साल में हम 17 बार मिल चुके हैं। पिछले 25 वर्षों में हमारी लगभग 22 द्विपक्षीय बैठकें हुई हैं। यह हमारे संबंधों की गहराई को दर्शाता है।’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘महामहिम और मेरे दोस्त, मैं इस भव्य स्वागत और सम्मान के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूं। भारत में चुनावों में हमें अभूतपूर्व जीत मिली। उसके बाद आपने जो शुभकामनाएं दीं, उसके लिए भी मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं। मार्च में आपने भी शानदार प्रदर्शन किया था। चुनाव में जीत के लिए मैं एक बार फिर आपको शुभकामनाएं देता हूं।’

मैं सभी प्रकार के आतंकवाद की घोर निंदा करता हूं

पीएम मोदी ने कहा, ‘पिछले 40-50 साल से भारत आतंकवाद का सामना कर रहा है। आतंकवाद कितना भयानक होता है, उसका हम पिछले 40 वर्षों से सामना कर रहे हैं। जब मास्को में आतंकवादी घटनाएं हुईं, जब दागिस्तान में आतंकवादी घटनाएं हुईं, उसका दर्द कितना गहरा होगा, इसकी मैं कल्पना कर सकता हूं। मैं सभी प्रकार के आतंकवाद की घोर निंदा करता हूं। चाहे युद्ध हो, संघर्ष हो, आतंकवादी हमले हों, जब जनहानि का नुकसान होता है तो मानवता में विश्वास रखने वाले हर व्यक्ति को दुख होता है। लेकिन जब मासूम बच्चों की हत्या होती है, जब हम मासूम बच्चों को मरते देखते हैं तो हृदय छलनी हो जाता है। वह दर्द बहुत भयानक होता है। इस पर मैंने आपसे विस्तृत चर्चा भी की। भावी पीढ़ी के भविष्य के लिए शांति बहुत जरूरी है।’

पिछले 5 वर्ष पूरी दुनियामानव जाति के लिए बहुत चिंताजनक, चुनौतीपूर्ण थे

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘पिछले पांच वर्ष पूरी दुनिया, पूरी मानव जाति के लिए बहुत चिंताजनक, चुनौतीपूर्ण थे। हमें कई समस्याओं से गुजरना पड़ा, पहले कोविड के कारण और बाद में विभिन्न हिस्सों में संघर्ष और तनाव के कालखंड ने मानव जाति के लिए कई समस्याएं पैदा कीं। ऐसी स्थिति में आई, जब दुनिया खाद्य-ईंधन-खाद संकट से गुजर रही थी। भारत-रूस मित्रता और सहयोग के कारण मैंने अपने देश के किसानों को उर्वरक (फर्टलाइजर) का संकट नहीं होने दिया। हमारी दोस्ती ने इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। हम किसानों के हित के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम चाहेंगे कि आने वाले दिनों में भी किसानों के हित में रूस के साथ हमारा सहयोग और आगे बढ़े।’

‘शांति बहाली के लिए भारत हर तरह से सहयोग करने को तैयार

पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘शांति बहाली के लिए भारत हर तरह से सहयोग करने को तैयार है, मैं आपको और विश्व समुदाय को आश्वस्त करता हूं कि भारत शांति के पक्ष में है। कल मेरे मित्र पुतिन को शांति के बारे में बात करते हुए सुनकर मुझे आशा मिलती है। मैं अपने मीडिया मित्रों से कहना चाहूंगा, यह संभव है।’

इससे पहले पीएम मोदी ने रूस के मास्को में अज्ञात सैनिक की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। उसके बाद पीएम मोदी ने मॉस्को में वीडीएनकेएच प्रदर्शनी केंद्र में एटीओएम मंडप का दौरा किया। इस दौरान उनके साथ राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी मौजूद रहे। मंडप में पीएम मोदी ने भारतीय और रूसी छात्रों के एक समूह से भी बातचीत की। उन्होंने उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भविष्य की संभावनाओं को देखने के लिए प्रोत्साहित किया, जिसका उपयोग भावी पीढ़ियों और ग्रह के लाभ के लिए किया जा सकता है।

रूस दौरे के बाद ऑस्ट्रिया जाएंगे पीएम मोदी

पीएम मोदी सोमवार को आधिकारिक यात्रा के लिए मास्को पहुंचे थे। मॉस्को में उनका भव्य स्वागत हुआ और वह राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास पर राष्ट्रपति पुतिन के प्राइवेट डिनर में दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी। रूस की यात्रा के समापन के बाद पीएम मोदी ऑस्ट्रिया के लिए रवाना होंगे।

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