Site icon hindi.revoi.in

पीएम मोदी बोले – इस दशक का सबसे बड़ा ब्रांड बन सकता है स्‍वास्‍थ्‍य सेवा ‘हील इन इंडिया’

Social Share
FacebookXLinkedinInstagramTelegramWhatsapp

गांधीनगर, 20 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवा  ‘हील इन इंडिया’ इस दशक का सबसे बड़ा ब्रांड बन सकता है। इसके साथ ही आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध चिकित्‍सा पद्धति पर आ‍धारित आरोग्‍य केंद्र अत्‍यधिक लोकप्रिय हो सकते हैं। पीएम मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात के तीन दिवसीय दौरे के तीसरे व अंतिम दिन बुधवार को राजधानी गांधीनगर के महात्‍मा मंदिर में आयोजित वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार सम्‍मेलन के उद्घाटन अवसर पर ये बातें कहीं।

भारतीय वीजा के लिए नई श्रेणी आयुष वीजा की भी घोषणा

पीएम मोदी ने इस अवसर पर आयुष निर्यात संवर्धन परिषद की भी वर्चुअल माध्‍यम से शुरुआत की। साथ ही आयुष सूचना केंद्र, आयुष नेक्‍स्‍ट और आयुसॉफ्ट जैसी सूचना प्रौद्योगिकी पहल की भी शुरुआत की। उन्होंने भारतीय वीजा के लिए नई श्रेणी आयुष वीजा की भी घोषणा की ताकि विदेशियों को आयुष क्षेत्र में भारतीय विशेषज्ञता का लाभ मिल सके।

PM Modi's Address at Global Ayush Investment and Innovation Summit | PMO

नवाचार और निवेश किसी भी क्षेत्र की ताकत बढ़ा सकते हैं

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले यह कोई कल्‍पना भी नहीं कर सकता था कि भारत इतनी जल्‍दी कोविड वैक्‍सीन विकसित कर लेगा। इससे संकेत मिलता है कि नवाचार और निवेश किसी भी क्षेत्र की ताकत बढ़ा सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि आयुष क्षेत्र भविष्‍य में अधिक‍तम निवेश आकर्षित करेगा, जो आज से शुरू हो गया है।

18 अरब डॉलर से अधिक हो चुका है आयुष क्षेत्र

उन्होंने कहा कि आयुष के क्षेत्र में निवेश और नवाचार की असीम संभावनाएं हैं। आयुष औषधियों और अन्‍य सौंदर्य प्रसाधनों के उत्‍पादन में पहले ही अभूतपूर्व वृद्धि हो रही है। 2014 में आयुष क्षेत्र तीन अरब डॉलर से भी कम का था, जो अब 18 अरब डॉलर से अधिक हो गया है।

पीएम मोदी ने कहा कि पारंपरिक औषधियों से केरल के पर्यटन को बढ़ाने में मदद मिली है। यह ताकत पूरे भारत में है और भारत के कोने-कोने में है। उन्होंने कहा कि एफएसएसएआई ने पिछले सप्‍ताह आयुष आहार के नाम से नई श्रेणी की घोषणा की थी। इससे हर्बल, पौष्टिक, अनुपूरक आहार के निर्माताओं को बहुत लाभ होगा।

भारत में अब यूनिकॉर्न का युग चल रहा

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में अब यूनिकॉर्न का युग चल रहा है। इस वर्ष अब तक भारत के 14 स्‍टार्टअप यूनिकॉर्न क्‍लब में शामिल हुए हैं। उन्‍होंने विश्‍वास व्‍यक्‍त किया कि बहुत जल्‍द आयुष स्‍टार्टअप्‍स भी यूनिकॉर्न के रूप में उभरेंगे।

उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय ने पारंपरिक चिकित्‍सा पद्धतियों के क्षेत्र में स्‍टार्टअप को प्रोत्‍साहित करने के लिए अनेक उपाय किए हैं। कुछ दिन पहले अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्‍थान ने इनक्‍यूबेटर केंद्र भी विकसित किया था। भारत विशेष आयुष मार्क भी बनाने जा रहा है। यह भारत में बने उच्‍च गुणवत्‍ता वाले आयुष उत्‍पादों पर लागू होगा।

भारत विश्‍व की फार्मेसी के रूप में जाना जाता है : प्रविंद जगन्नाथ

उद्घाटन समारोह में उपस्थित मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ ने कहा कि भारत विश्‍व की फार्मेसी के रूप में जाना जाता है। उन्‍होंने कहा कि भारत आयुष आयुर्वेद और पारम्‍परिक चिकित्‍सा पद्धति में भी अग्रणी बनकर उभरेगा।

डॉ. टेड्रोस बोले इस आयुष केंद्र के जरिए भारत पूरी दुनिया तक पहुंचेगा

इस अवसर पर विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयेसस ने कहा कि इस आयुष केंद्र के जरिए भारत पूरी दुनिया तक पहुंचेगा और पूरी दुनिया भारत आएगी। उन्‍होंने आयुष क्षेत्र में वृद्धि को महत्‍वपूर्ण करार देते हुए कहा कि आयुष उद्योग 2014 से हर वर्ष 17 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। इस वर्ष के आखिर तक आयुष उद्योग 23 अरब डॉलर का होने की संभावना है, इसीलिए उद्यमियों को इस क्षेत्र में बड़े निवेश के लिए आकर्षित किया जा रहा है।

तीन दिवसीय ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट पांच सत्रों का होगा। इस दौरान आठ गोलमेज वार्ताएं, छह कार्यशालाएं और दो संगोष्ठियां होंनी हैं। सम्‍मेलन में लगभग 90 जाने-माने वक्‍ता शामिल हो रहे हैं। इस दौरान प्रदर्शनी में सौ निकाय अपने उत्‍पाद प्रदर्शित करेंगे।

समारोह में गुजरात के मुख्‍यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मनसुख मांडविया भी मौजूद थे।

Exit mobile version