जम्मू, 24 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचायती राज की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा है कि केंद्र सरकार गांवों के विकास से जुड़े हर प्रोजेक्ट को प्लान करने और उसके अमल में पंचायत की भूमिका की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। इससे राष्ट्रीय संकल्पों की सिद्धि में पंचायत अहम कड़ी बनकर उभरेगी।
पल्ली पंचायत देश की पहली कार्बन न्यूट्रल पंचायत बनने की तरफ बढ़ रही
जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले की पल्ली ग्राम पंचायत में रविवार को आयोजित पंचायती राज दिवस समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘पल्ली पंचायत देश की पहली कार्बन न्यूट्रल पंचायत बनने की तरफ बढ़ रही है। आज मुझे पल्ली गांव में, देश के गांवों के जन प्रतिनिधियों के साथ जुड़ने का भी अवसर मिला है। इस बड़ी उपलब्धि के लिए जम्मू-कश्मीर को बहुत-बहुत बधाई।’
उन्होंने कहा, ‘इस बार का पंचायती राज दिवस, जम्मू-कश्मीर में मनाया जाना एक बड़े बदलाव का प्रतीक है। ये बहुत ही गर्व की बात है कि जब लोकतंत्र जम्मू-कश्मीर में ग्रास रूट तक पहुंचा है, तब यहां से मैं देशभर की पंचायतों से संवाद कर रहा हूं।’
20,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास
पीएम मोदी ने इस दौरान राज्य में कनेक्टिविटी और बिजली से जुड़ीं 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें प्रमुख रूप से बनिहाल-काजीगुंड सड़क सुरंग और पल्ली सौर ऊर्जा संयत्र का उद्घाटन एवं दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे रतले और क्वार जलविद्युत परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के लाभार्थियों को स्वामित्व कार्ड सौंपे
प्रधानमंत्री ने इसी क्रम में प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के लाभार्थियों को स्वामित्व कार्ड सौंपे। उन्होंने कहा कि आज अनेक परिवारों को गांवों में उनके घर के प्रॉपर्टी कार्ड भी मिले हैं। ये स्वामित्व कार्ड गांवों में नई संभावनाओं को प्रेरित करेंगे। वहीं 100 जनऔषधि केंद्र जम्मू-कश्मीर के गरीब और मिडिल क्लास को सस्ती दवाएं, सस्ता सर्जिकल सामान देने का माध्यम बनेंगे।
बीते 2-3 सालों में जम्मू-कश्मीर में विकास के नए आयाम बने हैं
पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के विकास को नई रफ्तार देने के लिए राज्य में तेजी से काम चल रहा है। इन प्रयासों से बहुत बड़ी संख्या में जम्मू-कश्मीर के नौजवानों को रोज़गार मिलेगा। बात डेमोक्रेसी की हो या संकल्प डेवलपमेंट का, आज जम्मू कश्मीर नया उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। बीते 2-3 सालों में जम्मू-कश्मीर में विकास के नए आयाम बने हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दशक से जो बेड़ियां वाल्मीकि समाज के पांव में डाल दी गई थीं, उनसे वो मुक्त हुआ है। आज हर समाज के बेटे-बेटियां अपने सपनों को पूरा कर पा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में बरसों तक जिन साथियों को आरक्षण का लाभ नहीं मिला, अब उन्हें भी आरक्षण का लाभ मिल रहा है। जब मैं एक भारत, श्रेष्ठ भारत की बात करता हूं, तब हमारा फोकस कनेक्टिविटी पर होता है, दूरियां मिटाने पर भी होता है। दूरियां चाहे दिलों की हो, भाषा-व्यवहार की हो या फिर संसाधनों की, इनको दूर करना आज हमारी बहुत बड़ी प्राथमिकता है।’
‘हमें धरती मां को केमिकल से मुक्त करना ही होगा‘
प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन पर बल देते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘हमें धरती मां को केमिकल से मुक्त करना ही होगा। इसलिए प्राकृतिक खेती की तरफ हमारा गांव, हमारा किसान बढ़ेगा तो पूरी मानवता को लाभ होगा। ग्राम पंचायत के स्तर पर कैसे प्राकृतिक खेती को हम प्रोत्साहित कर सकते हैं, इसके लिए भी सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।’