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म्यूनिख में भारतीय समुदाय के बीच बोले पीएम मोदी – भारत के लोगों ने लोकतंत्र को कुचलने की सारी साजिशों का जवाब दिया

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म्यूनिख, 26 जून। जी-7 सम्मेलन में भागीदारी के लिए जर्मनी आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को म्यूनिख में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के लोगों ने लोकतंत्र को कुचलने की सारी साजिशों का जवाब, लोकतांत्रिक तरीके से ही दिया।

हर हिन्दुस्तानी गर्व से कहता है, भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘हम भारतीय कहीं भी रहें, अपने लोकतंत्र पर गर्व करते हैं। हर हिन्दुस्तानी गर्व से कहता है, भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है। आज 21वीं सदी का भारत, चौथी औद्योगिक क्रांति में, इंडस्ट्री 4.0 में, पीछे रहने वालों में नहीं बल्कि इस औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने वालों में से एक है। सूचना प्रौद्योगिकी में, डिजिटल टेक्नॉलोजी में भारत अपना परचम लहरा रहा है।’

एनडीए सरकार की उपलब्धियां गिनाईं

एनडीए सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘आज भारत के हर गांव तक बिजली पहुंच चुकी है। आज भारत का लगभग हर गांव, सड़क मार्ग से जुड़ चुका है। आज भारत के 99% से ज्यादा लोगों के पास क्लीन कुकिंग के लिए गैस कनेक्शन है। आज भारत का हर परिवार बैंकिंग व्यवस्था से जुड़ा हुआ है।’

उन्होंने कहा, “आज का भारत ‘होता है, चलता है, ऐसे ही चलेगा’ वाली मानसिकता से बाहर निकल चुका है। आज भारत ‘करना है’ ‘करना ही है’ और ‘समय पर करना है’ का संकल्प रखता है।”

भारत में 90% वयस्क आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं

कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर पीएम मोदी ने कहा, ‘आज भारत में 90% वयस्क आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। 95% वयस्क ऐसे हैं, जो कम से कम एक डोज ले चुके हैं। यह वही भारत है, जिसके बारे में कुछ लोग कह रहे थे कि सवा अरब आबादी को वैक्सीन लगाने में 10-15 वर्ष लग जाएंगे।’

भारत के लोगों का हौसला ही हमारी सबसे बड़ी ताकत

पीएम मोदी ने कहा, ‘मुश्किल से मुश्किल हालातों में भी भारत के लोगों का हौसला ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। पिछले साल हमने अब तक का सबसे ज्यादा निर्यात किया है। ये इस बात का सबूत है कि एक ओर हमारे निर्माताओं नए अवसरों के लिए तैयार हो चुके हैं वहीं दुनिया भी हमें उम्मीद और विश्वास से देख रही है।’

उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन, आज ये भारत में केवल सरकारी नीतियों का मुद्दा नहीं है। भारत का युवा EV और ऐसी ही दूसरी जलवायु के पक्ष में टेक्नॉलोजी में निवेश कर रहा है। सतत जलवायु प्रथाएं आज भारत के सामान्य से सामान्य मानव के जीवन का हिस्सा बन रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के बाद लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।